उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब हिंदूवादी और मुस्लिम छात्र संगठनों के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस दौरान मामला इतना बढ़ गया कि एक गुट ने दूसरे गुट पर हमला बोल दिया। घटना के दौरान दोनों पक्षों की तरफ से पथराव की सूचना है। इसमें कई लोगों के घायल होने की ख़बरें आ रही हैं। खबरों के अनुसार, मामला बढ़ता देख पुलिस ने हालात को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया।
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बताया जा रहा है कि बवाल के दौरान बम भी फेंके गए। बवाल की सूचना मिलने के बाद मौके पर प्रशासनिक अधिकारी और भारी संख्या में आरएएफ और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पूरे क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात की गई है। पुलिस ने कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि ये घटना उस वक्त हुई जब कैम्पस में पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी है मौजूद थे।
पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर बवाल
बता दें स्थानीय बीजेपी सांसद सतीष गौतम ने AMU के वाइस चांसलर को चिट्ठी लिखकर पूछा था कि क्या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है? अगर, जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है तो किस विभाग में और किन कारणों से लगी है वह कारण बताएं। साथ में यह भी बताएं कि AMU में पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर का लगा होना कितना तार्किक है? जानकारी के मुताबिक,बुधवार (2 मई) को भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को यूनियन की आजीवन सदस्य्ता दी जाएगी। इसी कार्यक्रम की वजह से यूनियन हॉल की सभी तस्वीरों को साफ किया गया था।
गहराता जा रहा जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद, हटाई गई
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। विवाद गहराने के बाद मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर यूनियन हॉल से हटा दी गई। बाद में यूनियन के सभी गेटों पर ताला जड़ दिया गया। किसी को अंदर आने-जाने से रोक दिया गया। यूनियन गेट पर ताला और जिन्ना की तस्वीर हटाए जाने को लेकर यूनियन के उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर ने कहा कि अभी सफाई का काम चल रहा है। सफाई की वजह से जिन्ना समेत कई और तस्वीरों को हटाया गया है। सफाई काम पूरा होते ही जिन्ना समेत सभी तस्वीरों को वापस अपनी जगह लगा दी जाएगी।
100 लोगों को दी जा चुकी आजीवन सदस्यता
जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ यूनिवर्सिटी की यह परंपरा है कि जिन छात्रों को आजीवन सदस्यता प्रदान की जाती है, उनकी तस्वीर यूनियन हॉल में लगाई जाती है। 1938 में यूनिवर्सिटी की तरफ से मोहम्मद अली जिन्ना को भी आजीवन सदस्यता दी गई थी। अब तक देश और विदेश के करीब 100 लोगों को छात्रसंघ की तरफ से आजीवन सदस्यता दी जा चुकी है। इन सभी लोगों की तस्वीर यूनियन हॉल में लगी हुई है। लेकिन सांसद संतोष गौतम की चिट्ठी के बाद एकबार फिर से AMU को लेकर राजनीति गरमा गई है। अलग-अलग दल के नेता और संगठन अलग-अलग बयान दे रहे हैं।
अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीष गौतम ने अपनी चिट्ठी में क्या लिखा था?
सेवा में,
“कुलपति”
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय,
अलीगढ़
महोदय,
आज सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि यह तस्वीर एएमयू के किस विभाग में और किन कारणों से लगी हुई है।
कृपया इस संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर मुझे अवगत कराने का कष्ट करें, साथ ही उन कारणों का भी उल्लेख करें जिनकी वजह से यह तस्वीर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगाने की मजबूरी बनी हुई है, क्योंकि संपूर्ण विश्व जानता है कि मोहम्मद अली जिन्ना भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के मुख्य सूत्रधार थे और वर्तमान में भी पाकिस्तान द्वारा गैर जरूरी हरकतें लगातार जारी हैं। ऐेसे में जिन्ना की तस्वीर एएमयू में लगाना कितना तार्किक है।
सधन्यवाद
सतीष कुमार गौतम
सांसद (अलीगढ़)