प्रधानमंत्री द्वारा देश भर में की गई नोटबंदी के बाद से लोगों के सामने पैसे की किल्लत खड़ी हो गई थी. लेकिन धीरे धीरे ही सही लोगों की ज़िन्दगी अब वापस पटरी पर आ रही है. मगर उनका क्या जिनका इस नोटबंदी के चलते दो वक़्त की रोटी देने वाला कारोबार ही चौपट हो गया. बता दें कि नोटबंदी का साइड अफेक्ट पीलीभीत में आज तक देखने को मिल रहा है. पीलीभीत की बांसुरी के सुर देश में ही नही बल्कि पुरे विश्व के सुनाई देते है. लेकिन नोटबन्दी के बाद से पीलीभीत की बाँसुरी की मीठी आवाज कही गुम होने लगी है.
नोटबंदी के बाद से मुफलसी में जीने को मजबूर बांसुरी कारीगर
- नोट बंदी को पहले 50 दिन पूरे हुए और अब तो दो महीने भी पूरे हो गये हैं लेकिन इसका साइड अफेक्ट आज तक देखने को मिल रहा है.
- कान्ही की मूरत बिन बंसी के सूनी सी लगती है.
- लेकिन जहा से ये बाँसुरी आती है वहां के कारीगर नोटबंदी के बाद मुफलसी में अपना जीवन काट रहे है.
- यूपी के पीलीभीत शहर में कम से कम 200 परिवार ऐसे हैं जो बाँसुरी बनाने का काम करते है.
- लेकिन पीलीभीत का ये पुश्तैनी बाँसुरी उद्योग आज ख़त्म होने के कगार पर है.
- नोटबंदी का फरमान इन बांसुरी कारीगरों के मुहं से निवाला छीनने का फरमान साबित हुआ.
- नोटबंदी के बाद से धीरे धीरे कम होता बाँसुरी का व्यापार अब ख़त्म होने की कगार पर आ गया है.
- आज पीलीभीत के बांसुरी कारोबार का आलम यह है कि पैसों कमी के चलते कारीगर नही मिल रहे है जैसे तैसे कुछ बांसुरी बनती भी है तो अब बाहर से व्यापारी माल खरीदने नही आते है.
- जिसके चलते न बांसुरी बाहर जा कर बिकती है और न ही कारिगरों को पैसे मिल पाते हैं.
- जिसके कारण कोई कारीगर अब इस काम को करने की जगह रिक्शा चलाना ज्यादा पसाद करता है.
- क्यों की ऐसे उसे शाम तक कुछ पैसे तो नसीब हो जाते हैं.
- जिससे वो अपनी और अपने बच्चों की भूख शांत कर सके .
- बतादें कि पीलीभीत में बाँसुरी बनाने वाली कारिगरों की संख्या करीब 6 सौ के आस पास है.
- जबकि 150 बड़े व्यापारी और घर की महिलाए भी इस कारोबार से जुडकर अच्छा पैसा कमा लेती थी.
- लेकिन अब नोटबन्दी का असर इस कारोबार को तगडा झटका दे गया है.
- तैयार बासुरी को भेजने के लिए ये लोगों आज भी भाडे के लिए पैसा नही जुटा पाए हैं.
- सरकार को अब इस ओर ध्यान देना होगा.
- क्योकि इस छोटे से उद्योग से जुडकर हजारो लोग अपनी आजीविका चलाते है.
ये भी पढ़ें :हथियारों के जखीरे सहित सात शातिर लुटेरे गिरफ्तार !
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें