उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन आगामी 13 अक्टूबर को अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से मुख्यमंत्री अखिलेश से मिले कर उन्हें अपना मांगपत्र सौंपेंगा।
पहले भी सौंपा जा चुका है मांगपत्र:
- उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन सीएम अखिलेश से मिलकर एक बार फिर से उन्हें अपना मांग पत्र सौंपेंगा।
- जिसमें यूनियन द्वारा राज्य सरकार से केंद्र के बराबर मानदेय बढ़ाने और समस्याओं के लिए कमेटी बनाने के आश्वासन की याद दिलाएगा।
- सीएम अखिलेश ने आंगनबाड़ी यूनियन से 2012 में इन दोनों मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था।
- 1 मई, 2012 में शपथग्रहण के तुरंत बाद लखनऊ में आंगनबाड़ी रैली में मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की थी।
- उस दिन सीएम ने मानदेय बढ़ाने का आश्वासन भी दिया था।
- जिसके बाद यूनियन 13 अक्टूबर को मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें उनके वादे की याद दिलाएगा।
- साथ यूनियन सीएम को अपना वादा पूरा करने का दबाव भी डाल सकता है।
- यूनियन के मुताबिक, वो सीएम से पूछेंगे कि, वो आयोग बनाने की घोषणा क्या चुनाव के बाद करेंगे।
किराये में हुई वृद्धि नहीं हुई लागू:
- प्रदेश में जमीनी स्तर पर आंगनबाड़ी की स्थिति काफी ख़राब है।
- 2013 में आंगनबाड़ी केन्द्रों के देय किराया में हुई वृद्धि आजतक लागू नहीं हो पाई है।
- इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को हुई बीमा की घोषणा भी वादों का हवाई पुलिंदा साबित हुई है।
- पोषाहार, प्राथमिक शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएँ देने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों आज भी मनरेगा से कम मानदेय पर काम करती हैं।
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को महज 3200 और 1600 रूपया मासिक मानदेय मिलता है।
- 13 अक्टूबर को सीएम से मुलाकात के बाद यूनियन राजधानी लखनऊ में सत्याग्रह शुरू करेंगी।