मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ (state wide protest) ने आज बैठक कर अपनी विभिन्न मांगों की प्रतिपूर्ति के लिए सरकार को एक माह का समय देते हुए अक्टूबर के पहले सप्ताह से प्रान्त व्यापी आन्दोलन की घोषणा की है।
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महिला कार्यकर्ताओं में भारी रोष व्याप्त
- आज की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष मणी नायर ने बताया कि मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ द्वारा लगातार अपनी लम्बित मांगों को लेकर विभाग एवं सरकार से पत्राचार किया जा रहा है।
- लेकिन समस्याओं का निराकरण नही हो पा रहा है।
- इससे महिला कार्यकर्ताओं में भारी रोष व्याप्त है।
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- उन्होंने कहा कि एक ही विभाग में महिला और पुरूष के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
- जहां पुरूष कार्यकर्ताओं को दस वर्ष में प्रोन्नति दी जा रही है।
- वहीं महिला कार्यकर्ता 30-30 वर्ष से प्रोन्नति से वंचित है।
- वर्ष 2010 तक सेवा में आई स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वेतनमान 5200-20200 ग्रेड वेतन 2800 दिया जा रहा है।
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- वहीं 10 के बाद क नियुक्ति प्राप्त कार्यकर्ताओं को उसी वेतन बैण्ड में ग्रेड वेतन 2000 देकर दोहरा मापदण्ड अपनाया जा रहा है।
- उन्होंने कहा कि सामुदायिक/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जहां नियमित सवंर्गीय सदस्य की नियुक्ति नहीं है।
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- वहां तैनात संविदा कार्यकर्ता को नियमित किया जाए।
- इस दौरान (state wide protest) बैठक को जिला संयोजक किरन कुमारी दुबे, प्रेमा मौर्या, कृष्णा मनु, शीलाकपूर, उषा गौतम, प्रीति, उर्मिला गौतम और सुनीता मिश्रा ने सम्बोधित किया।
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