संविधान द्वारा परिभाषित लोकतंत्र में जनता का, जनता द्वारा और जनता के लिए (Anna Hazare) को राष्ट्रपति चुना जाना चाहिये। लेकिन अफ़सोस ये है कि अब ये परिभाषा बदलकर दल का, दल द्वारा और दल के लिए राष्ट्रपति का चुनाव होने लगा।

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  • जिसके तहत जनता से चुने हुए प्रतिनिधि बन जाते हैं।
  • दल प्रतिनिधि और फिर वही दलप्रतिनिधि जिसे चाहते हैं।
  • निम्न सदन का चुनाव हार जाने वाले को उच्च सदन में बैठकर उच्च सदन को हारे हुए लोगों का जमावड़ा बना कर अपने दलप्रतिनिधि होनें का सबूत देते हैं।

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अन्ना हजारे का नाम अकेला

  • अब फिर अवसर है राष्ट्रपति चुनाव का जिसमें तमाम दल राष्ट्रपति के नाम को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
  • ऐसे में सामाजिक चिन्तक प्रताप चन्द्रा नें सभी दलों से अपील किया है कि सर्वसम्मति से लोकतंत्र के प्रहरी अन्ना हजारे को राष्ट्रपति बनाया जाये।

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  • जो न सिर्फ जनता की निष्पक्ष आवाज़ हैं बल्कि समाज को समर्पित बेदाग़ समाजसेवी भी हैं जिनको राष्ट्रपति बनाने से लोकतंत्र कायम रह सकेगा।
  • पूरा जीवन बिना स्वार्थ के सामाजिक कार्यों में लगानें वाले अन्ना हजारे का अकेला ऐसा नाम है जिनपर कोई उंगली तक नहीं उठा सकता।

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  • ऐसे बेदाग़ छवि वाले व्यक्ति को ही देश का राष्ट्रपति बनाना चाहिये जिससे देश का कल्याण हो सके और विकास की धरा बह सके।
  • क्यूंकि उनका सिद्धांत गावों का विकास ही देश का विकास है।
  • देश के गांव और समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।

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लोकपाल बिल से लेकर कई काम किये

  • विदित हो अन्ना हजारे नें न सिर्फ बिना किसी सत्ता के सामाजिक परिवर्तन कर जिन गावों में सिर्फ शराब बनाकर आजीविका चलाई जाती थी।
  • आज उस गांव के कई मील के दायरे में भी शराब तो क्या सिगरेट, तम्बाकू व गुटका तक नहीं मिलती और ये किया सिर्फ वैचारिक क्रांति के द्वारा।

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  • हिवरे बाज़ार की जिन पहाड़ों और पथरीली जमीन को पानी मुअस्सर नहीं होती थी वहां पानी रोकनें व् इस्तेमाल की नई व्यवस्था बनाकर अद्भुत काम किया।
  • जिसे न सिर्फ देश अपितु विदेश से लोग समझनें आते हैं और सराहते हैं।
  • लोकपाल बिल का आन्दोलन सबके जेहन में है जिस आन्दोलन में पूरा देश उमड़ पड़ा था और तत्कालीन सरकार नें जन सैलाब के आगे घुटनें टेक दिए और बिल पास करना पड़ा।

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  • सभी दलों से अपील करते हुए सामाजिक चिन्तक प्रताप चन्द्रा नें कहा कि ऐसे जननायक और लोकतंत्र के प्रहरी को राष्ट्रपति बनाना देश और समाज हित में होगा और गांव में भी विकास की धारा बहेगी।
  • लिहाज़ा सभी दल आपसी मतभेदों से ऊपर उठकर देशहित में अन्ना हजारे (Anna Hazare) को सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुनें।

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