उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपने कार्यभार सँभालने के बाद से ही प्रदेश के विकास के लिए कई अहम फैसलों को जारी किया है, इसी क्रम में राज्य सरकार सूबे के गरीब तबके लिए ‘अन्नपूर्णा भोजनालय’ नाम से एक सुविधा को शुरू करने वाली है। इस सुविधा के तहत राज्य सरकार 3 रुपये में नाश्ता और 5 रुपये में खाना खिलाएगी।
क्या है ‘अन्नपूर्णा भोजनालय’?:
- राज्य सरकार सूबे के गरीब, मजदूरों, रिक्शा चालकों, कम सैलरी पाने वालों और नौकरीपेशा लोगों के लिए ‘अन्नपूर्णा भोजनालय’ सुविधा लेकर आई है।
- योजना का ड्राफ्ट तैयार किया जा चुका है, जल्द ही इस योजना को धरातल पर लाया जाएगा।
- इस योजना को राज्य के सभी 14 नगर निगमों में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप(PPP) में शुरू किया जायेगा।
- सूत्रों के मुताबिक, सरकार गाजियाबाद में 20, लखनऊ में 28, और गोरखपुर में 18 कैंटीन को प्रोजेक्ट के पायलट के तौर पर शुरू करेगी।
- वहीँ प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सरकार राज्य में करीब २७५ कैंटीन खोलने की योजना बना रही है।
- जिसक कुल खर्च 153.59 करोड़ रुपये की लागत सामने आने की बात कही है।
नाश्ता, लंच और डिनर पर खर्च होंगे सिर्फ 3 रुपये:
- इस योजना के तहत नाश्ते, लंच और डिनर करने में कुल 13 रुपये खर्च होंगे।
- जबकि कुल खर्च करीब 48 रुपये आएगा, जिसमें से 13 रुपये नाश्ता करने वाला भरेगा।
- बाकी 35 रुपये सरकार और कैंटीन चलाने वाला मिलकर चुकायेंगे।
नाश्ते का ‘मेन्यू’:
- सरकार इस योजना के तहत नाश्ते में नमकीन दलिया और चाय,
- चना और चाय,
- दो कचौड़ी, खस्ता, समोसा, चटनी और चाय,
- दो इडली, सांभर और चाय,
- ब्रेड पकोड़ा, बंद मक्खन और चाय,
- पोहा और चाय में से कुछ एक।
लंच और डिनर का ‘मेन्यू’:
- 6 रोटी, मौसमी सब्जी या अरहर दाल-चावल के साथ प्याज/अचार, वेज बिरयानी लंच या डिनर में।
खाने के लिए मिलेगा टोकन:
- सरकार की इस योजना में लोगों को प्री-पेड टोकन या प्लास्टिक कार्ड जारी किये जायेंगे।
- प्लास्टिक कार्ड आधार से जुड़ा होगा।
- वहीँ टोकन 1 से लेकर 7 दिनों तक मान्य होगा।
- साथ ही कार्ड और टोकन शहर के किसी भी कैंटीन में मान्य होंगे।