बिहार की पूर्ण शराब बंदी के बाद देश के अलग-अलग क्षेत्रों में भी शराब के के खिलाफ़ आवाज़ उठने लगी है. इसी कड़ी में आज लखनऊ में उम्मीद संस्था और शराब बंदी संघर्ष समिति-उत्तर प्रदेश के बैनर तले केंद्रीय विद्यालय गोमती नगर के सामने एक शराब दूकान को बंद करवाने के लिए लोगों ने अनशन किया.
केन्द्रीय विद्यालय के सामने है शराब दुकान:
गोमती नगर के केंदीय विद्यालय के सामने शराब दुकान को हटवाने के लिए अनशन जारी है.यह दुकान एल.डी.ए. कॉलोनी के आवासीय स्थान पर है जो पूरी तरह अवैध है. लोगों का कहना है की इस दुकान की वजह से कई तरह की सामाजिक समस्याएं खड़ी हो गई है और इसी बच्चों पर गलत असर पड़ेगा.
दुकान एक, समस्याएं अनेक:
लोगों का कहना है कि स्कूल के सामने इस दुकान के होने की वजह से आये दिन यातायात बाधित रहता है. शराबी सड़क पर शराब पीते है. शराब लेने के लिए शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है. यहाँ अक्सर शराबियों के बीच मार-पीट भी हो जाती है . यही नहीं शराबी छोटी-छोटी स्कूल की बछियों को घूरते है और भद्दे कमेंट पास करते है. बच्चों की छुट्टी होने पर अभिभावकों को भी ढ़ेरों समस्याओं से रूबरू होना पड़ता है. लोगों का कहना है की इस दुकान की वजह से शैक्षणिक संस्था का माहौल भी प्रभावित हो रहा है.
पुलिस ने भी माना की दुकान नियमों के विरुद्ध:
एल.डी.ए. कॉलोनी के आवासीय स्थान पर होने के बावजूद विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की. पुलिस ने भी माना की यह दुकान नियमों के खिलाफ़ जाकर ल्होली गई है जो की 30 मीटर के अन्दर है. जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जा चुकी है मगर प्रशासन ने अबतक कोई कार्रवाई नहीं की है.
अनशन को मिला आम के साथ-साथ ख़ास लोगों का भी समर्थन:
उम्मीद संस्था और शराब बंदी संघर्ष समिति के बैनर टेल हो रहे इस कार्मिक अनशन की शुरुआत आज सुबह 11 बजे से हुई. जिसमें लखनऊ की आम जनता के साथ साथ ख़ास लोगों ने भी हिस्सा लिया. अनशन में पूर्व कैबिनेट मंत्री और बहुजन उत्थान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के गौतम, राष्ट्रीय महासचिव जोर सिंह, पूर्व राज्यमंत्री हरपाल सिंह, राष्ट्रीय स्वाभिमान दल के विवेक श्रीवास्तव, अजय वर्मा, उच्च न्यायालय के अधिवक्ता हरी ओम गुप्ता, किसान यूनियन के पदाधिकारी शामिल हुए.
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