केन्द्रीय मंत्री निरंजन ज्योति ने कासगंज हिंसा पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देशद्रोहियों को तिरंगा यात्रा बर्दाश्त नहीं हो रही है. ऐसे लोगों को के खिलाफ यूपी सरकार कड़े कदम उठा रही है. इस प्रकार की घटनाएँ बर्दाश्त नहीं की जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि कासगंज हिंसा का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.
कासगंज में हिंसा के बाद डीएम ने भी दिया हैरान करने वाला बयान:
डीएम कासगंज आरपी सिंह ने कहा था कि चन्दन को गोली मुस्लिम परिवार के घर से मारी गई थी. मुस्लिम परिवार की छत से चली गोली ने चन्दन की जान ली थी. उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में चंदन की मौत के बाद मंगलवार को भी छिटपुट घटनाओं का दौर जारी रहा. जबकि सोमवार को भी कई इलाकों में आगजनी की घटनाएं हुई. कुछ बंद पड़ी कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया, कहीं पुलिस ने सब्जी खरीद रहे लोगों को पीटा. हालांकि चंदन की हत्या का आरोपी शकील अभी भी फरार है, जबकि उसके घर से तलाशी के दौरान पुलिस ने देशी बम और पिस्टल बरामद की है. पुलिस लगातार सघन तलाशी अभियान चलाकर दोषियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है. वहीँ इस हिंसा के पीछे साजिश के अंदेशे ने अफसरों की नींद उड़ा दी है.
धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे उपद्रवी
हिंसा की आग अब कासगंज शहर से निकलकर जनपद के अन्य कस्बों तक जाती दिख रही है. कासगंज शहर से 15 किलोमीटर दूर कस्बा अमांपुर में उपद्रवियों ने एक धार्मिक स्थल को छतिग्रस्त कर दिया है, जिलाधकारी एसपी मौके पर पहुंचे हैं, कस्बे में पीएसी व आरएएफ तैनात की गयी है. कासगंज शहर के बाद अब कस्बे में उपद्रवियों द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है. अमांपुर थाना क्षेत्र में उपद्रवियों ने धार्मिक स्थल पर तोड़-फोड़ की है.
कासगंज एसपी हटाये गए:
कासगंज के एसपी सुनील सिंह को हटा दिया गया है. उनकी जगह पियूष श्रीवास्तव को कासगंज की कमान सौंपी गई है. जिले में हिंसा को लेकर लापरवाही बरतने के आरोप सुनील सिंह पर लग रहे थे. सुनील सिंह को मेरठ भेज दिया गया है. पियूष श्रीवास्तव अबतक आजमगढ़ की कमान संभाल रहे थे. वहीं खबरों के मुताबिक, अभी और भी कई अधिकारियों पर हिंसा में लापरवाही बरतने पर गाज गिर सकती है. पिछली सरकार में तैनात सुनील सिंह कासगंज में जमे हुए थे. उनका फेसबुक पोस्ट वायरल हुआ था.