महात्मा गांधी के 70वीं पुण्य तिथि पर केन्द्रीय कार्यालय पर श्रद्धांजजि सभा कर उनकी मूर्ति पर पुष्प अर्पित करते हुए अपना दल ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांधी के इस देश में 26 जनवरी की कासगंज की सांप्रदायिक घटना प्रदेश के लिए शर्मनाक है। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने भी इस घटना को प्रदेश सरकार के लिए कलंक कहा।
दल के प्रवक्ता एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आरबी सिंह पटेल ने एक बयान में कहा कि इस घटना के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। 26 जनवरी को देश में लोकतंत्र स्थापित हुआ था और उसी दिन पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही से कासगंज में धार्मिक सौहार्द को जलाया गया।
इसमें पुलिस की लापरवाही दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस किस तरह से नेताओं के इशारे पर काम करती है। इसके पहले सरकार को मुज्जफरनगर की घटना से सबक लेना चाहिए था। दूसरी घटना सहारनपुर की दलितों के घर जलाये गये थे। यह सभी घटनाएं प्रदेश सरकार की नाकामयाबी को दर्शाती है। राज्यपाल के वक्तव्य से प्रदेश सरकार के मुखिया को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री द्वारा यह कहा जाना कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है विभागों के अफसर बिना पैसे लिए काम नहीं करते, भाजपा के विधायक ने भी भ्रष्टाचार को लेकर औराई (भदोही) मुख्यालय पर धरना दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार में ऊपर से नीचे तक कमीशनखोरी में लिप्त है। कानून व्यवस्था को ठेंगे में रखा गया है। प्रदेश की जनता लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तैयार है, सबक सिखाने के लिए।
सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने #MahatmaGandhi की पुण्यतिथि के अवसर पर हज़रतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान तमाम नेता और मंत्री भी मौजूद रहे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 70वीं पुण्यतिथि केे अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और और उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने बापू को दिल्ली के राजघाट पर राष्ट्रपिता की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और जनरल बिपिन रावत मौजूद थे।