भले ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होने का तमाम दावा कर ले, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो गई हैं। ताजा मामला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का है। यहां यात्रा के दौरान बेखौफ बदमाशों ने एक सेना के जवान को चलती ट्रेन से लूट का विरोध करने पर फेंक दिया। घायल फौजी 24 घंटे इलाज के लिए तरसता रहा, लेकिन उसे इलाज नहीं मिल सका। हालांकि फौजी को तड़पता देख स्थानीय लोगों ने उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से उसे मेरठ रेफर कर दिया गया। पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]डॉक्टर करते रहे रेफर, नहीं मिला इलाज[/penci_blockquote]
जानकारी के मुताबिक, फौजी सर्वजीत सिंह भारतीय सेना की इंजीनियरिंग कोर में तैनात है। बताया जा रहा है कि रुद्रपुर से जम्मू जाते समय नजीबाबाद के पास बदमाशों ने फौजी को लूट लिया और उसे चलती कार से चलती ट्रेन से फेंक दिया। फौजी को तड़पता देख स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और नजीबाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां फौजी पड़ा तड़पता रहा। यहां से उसे बिजनौर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन यहां भी उसे 24 घंटे तक इलाज नहीं मिला। बताया जा रहा है फौजी की टांग में फ्रैक्चर है। आंख पर भी गंभीर चोट है। हालांकि फौजी की हालत को गंभीर देखते हुए उसे मेरठ रेफर कर दिया गया है। सेना के कर्मचारी सूचना मिलने के बाद मेरठ अस्पताल पहुंच रहे हैं। फौजी के घरवाले अस्पताल पहुंचे हैं, यहां फौजी का इलाज चल रहा है।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”Crime News” background=”” border=”” thumbright=”yes” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”up_crime_categories” orderby=”random”]