उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के ARTO आर.एस. यादव((ARTO RS yadav)) को रविवार को करोड़ों की अवैध वसूली के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन करोड़ों की अवैध वसूली के आरोपों में फंसे ARTO आर.एस. यादव का दबदबा अभी भी कायम है।
भ्रष्ट ARTO को थाने की जगह होटल लेकर पहुंची पुलिस(ARTO RS yadav):
- उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में अवैध वसूली का धंधा चलाकर करोड़ों रुपये निगलने वाले ARTO गिरफ्तार हो गए हैं।
- लेकिन निलंबन और उसके बाद गिरफ़्तारी के बावजूद ARTO आर.एस. यादव का दबदबा कायम है।
- गिरफ़्तारी के बाद पुलिस ARTO को थाने की जगह वाराणसी कैंट स्थित वेस्टिन होटल लेकर पहुंची।
- गौरतलब है कि, यह होटल ARTO आर.एस. यादव का ही है।
- होटल के अलावा गैर-कानूनी वसूली से कई प्रॉपर्टी आर.एस. यादव ने खड़ी की हैं।
#वाराणसी वेस्टिन होटल में चंदौली के ARTO को घेरे हुए पुलिसकर्मी। pic.twitter.com/CYm0HAUh9C
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 11, 2017
अकूत संपत्ति के ‘अवैध’ मालिक हैं आर.एस यादव(ARTO RS yadav):
- ARTO आर.एस. यादव की गिरफ़्तारी के बाद जानकारी मिल रही है कि, यादव के पास अकूत संपत्ति का भंडार है।
- वाराणसी के कैंटोनमेंट वेस्टिन होटल,
- हरहुआ में लबे रोड पर प्लाट,
- मकबूल आलम रोड पर करोड़ों का रिहायशी मकान,
- वाराणसी के आशापुर में 1.50 बीघा जमीन,
- 15 वॉल्वो बस का मालिक,
- चकिया चंदौली में पूजा धर्म काँटा,
- गोरखपुर में शॉपिंग मॉल,
- नोएडा में रिहायशी फ्लैट भी आर.एस यादव के नाम पर है।
ओवर लोडिंग ट्रक को चलवाने की थी सिंडिकेट(ARTO RS yadav):
- चंदौली जिले में सिपाही के माध्यम से अवैध वसूली कराने वाले आर.एस यादव(ARTO RS yadav) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- जिसके बाद ARTO यादव के कारनामों की कलई खुल रही है।
- ARTO यादव अवैध वसूली के नाम पर ओवर लोड ट्रकों को चलवाने का भी सिंडिकेट चलाते थे।
- वहीँ ARTO यादव की संपत्ति अरबों में बताई जा रही है।
- गौरतलब है कि, यह संपत्ति यादव ने मात्र पिछले 5 सालों में बनायी है।
- यादव जल निगम से 5 साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर आये थे।
- प्रतिनियुक्ति के बाद भी रसूख के चलते ARTO के पद पर तैनात किये गए थे।
- इसके साथ ही यादव तकरीबन ढाई दशक से भदोही, गाजीपुर, मिर्जापुर, बनारस और चंदौली में तैनात थे।
- चंदौली में अवैध टोकन सिस्टम से ओवरलोड ट्रक को पास कर अवैध कमाई का जरिया बनाया।
- इसके साथ ही यादव के पास से मिले एंट्री रजिस्टर से कई और अफसरों के नाम सामने आने के संकेत हैं।