यूं तो बसपा सुप्रीमों पर दौलत की बेटी का आरोप नया नहीं है। समूचा विपक्ष मायावती पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाता रहा है, लेकिन पिछले कुछ समय में उनकी ही पार्टी के कई कद्दावार नेताओं ने उनपर पैसे लेकर टिकट देने के सनसनीखेज आरोप लगाये हैं। बसपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या, आरके चौधरी और बृजेश पाठक सरीखे मायावती के करीबी माने जाने वाले पार्टी के कई बड़े नेता पार्टी से किनारा कर चुकें हैं। इसके बाद आरोपों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
- ताजा मामला अरूण फौजी का है, अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाये जाने और फिर उसके बाद टिकट काटने से नाराज फौजी ने मायावती पर हमला बोला है।
- फौजी ने मायावती पर गंभीर आरोप लगायें हैं, कि उन्होंने टिकट के ऐवज में बसपा प्रमुख को 1 करोड़ रूपये दिये थें।
- फौजी का कहना है कि टिकट कैंसल होने के बाद 50 लाख रूपये लौटा दिये गए।
- जबकि 50 लाख रूपया अभी भी शेष है, जो कि उन्हें वापस नहीं दी जा रही है।
- फौजी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ये रकम नहीं मिली तो वह मायावती के आवास के बाहर परिवार समेत आत्महत्या कर लेंगे।
- अरूण फौजी ने बताया कि उन्होने अपनी और पिता की सारी पूंजी पार्टी को दी थी।
- यहीं नहीं टिकट के वास्ते उन्होने कर्ज लेकर मायावती को पैसा दिया था।
- पैसा देने पर मई 2015 में उन्हें खैर से उम्मीदवार घोषित किया गया था।
अब, बसपा सरकार के पूर्व मंत्री ने किया पार्टी छोड़ने का ऐलान!
मांगा गया और पैसाः
- अरुण का दावा है कि चुनावी तैयारी में उन्होंने कई लाख रुपए और खर्च किए।
- उनका आरोप है कि कुछ दिन पहले मायावती ने उन्हें बुलाया था।
- इस वक्त उनसे और एक करोड़ देने को कहा गया, लेकिन उन्होंने असमर्थता जता दी।
- और अधिक पैसा ना देने पर 24 अगस्त को उनका टिकट काटने का ऐलान कर दिया गया।
- बता दें कि इससे पहले भी कई बड़े नेता बीएसपी छोड़ चुकें हैं।
- स्वामी प्रसाद मौर्या और आरके चौधरी जैसे नेता भी मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाते रहे हैं।