उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार प्रदेश में कानून-व्यवस्था होने की बात कहते हैं, लेकिन कैग, गृह मंत्रालय, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े यूपी को देश के सबसे बड़े क्राइम स्टेट का दर्जा दे चुके हैं।
आंकड़ों की तस्वीर भयावह:
- उत्तर प्रदेश में क्राइम रेट के आंकड़ों को मिलाकर यूपी देश का सबसे बड़ा क्राइम स्टेट बन चुका है।
- आंकड़ों पर नजर डालें तो ये सूबे की एक भयावह तस्वीर बयान करते हैं।
- गौरतलब बात ये है कि, पिछले 5 सालों में उत्तर प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में बेतरतीब इजाफा हुआ है।
- एक समय सूबे की समाजवादी सरकार ने ‘यूपी में है दम, क्योंकि जुर्म यहाँ हैं कम’ का नारा दिया था।
उत्तर प्रदेश एक दिन- 24 रेप, 21 रेप की कोशिश, 13 हत्याएं, 33 किडनैपिंग:
- 24 रेप, 21 रेप की कोशिश, 13 हत्याएं, 33 किडनैपिंग, 19 दंगे और 136 चोरियां।
- ये आंकड़ें उत्तर प्रदेश के एक दिन की हालत बताते हैं, पूरे साल के आंकड़ों की स्थिति और भयावह है।
- गौरतलब है कि, ये आंकड़े तब हैं जब यूपी पुलिस कई मामलों में मुक़दमे दर्ज ही नहीं करती है।
- यूपी पुलिस की इस कमी को तो डीजीपी जावीद अहमद खुद स्वीकार कर चुके हैं।
5 अलग-अलग अपराधों में यूपी इंडिया में टॉप पर:
- समाजवादी सरकार में उत्तर प्रदेश इंडिया में 5 अपराधों की श्रेणी में टॉप पर है।
- वहीँ मायावती की सरकार में उत्तर प्रदेश 3 अपराधों की श्रेणी में पहले नंबर पर था।
अपराध में समाजवादी सरकार सबसे आगे:
- देश में अपराध के आंकड़े जुटाने वाली संस्था नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने चौंकाने वाले खुलासे किये हैं।
- ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक, 70 फ़ीसदी से ज्यादा घटनाएँ सपा विधायकों और सपा के मंत्रियों के इलाके में हुई हैं।
- रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 4 सालों में यूपी में 93 लाख से ज्यादा क्राइम की घटनाएँ हुई हैं।
- अपराध की घटनाओं में सूबे की राजधानी लखनऊ सबसे आगे है।
- पिछले एक सालों में राजधानी लखनऊ में 2.78 लाख अपराध की घटनाएँ हुई हैं।
- गौरतलब है कि, 9 में से 7 विधायक सपा के हैं और उनमें से 3 राज्य सरकार में मंत्री हैं।
दंगों के मामले में बसपा-भाजपा सबसे आगे:
- रेप, रेप की कोशिश, हत्या, किडनैपिंग, चोरी के साथ ही उत्तर प्रदेश दंगों में भी पहले नंबर पर है।
- प्रदेश की बसपा सरकार में कुल 22347 दंगे हुए थे, वहीँ अखिलेश सरकार में यह आंकड़ा 25007 है।
- बीते एक साल में सूबे के अन्दर सबसे ज्यादा दंगे आगरा, उसके बाद गोरखपुर और फिर आजमगढ़ में हुए हैं।
- गौरतलब है कि, आजमगढ़ में 10 में से 9 विधायक सपा के हैं, लेकिन आगरा और गोरखपुर में बसपा और भाजपा विधायकों की संख्या ज्यादा है।
सरकार के मंत्री, विधायक ही लॉ एंड आर्डर के दुश्मन बने:
- उत्तर प्रदेश में बसपा और समाजवादी पार्टी के शासन की तुलना में यह पाया जायेगा कि, सपा सरकार में बसपा से 16 फ़ीसदी ज्यादा क्राइम हुआ है।
- बसपा के शासनकाल में प्रतिदिन एवरेज 5783 घटनाएँ तो सपा के शासनकाल में यह संख्या 6433 प्रतिदिन पहुँच गयी है।
- सूबे में लॉ एंड आर्डर की स्थिति का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है।
- पिछले 4 महीनों में प्रदेश के अन्दर 1012 रेप, 4520 महिला उत्पीड़न, 1386 लूट और 86 डकैती की घटनाएँ हो चुकी हैं।
- इस हिसाब से प्रतिदिन 8 रेप, 38 महिला उत्पीड़न और 12 लूट के मामले होते हैं।
सपा मंत्री का दावा: एफआईआर दर्ज होती है इसलिए बढ़ा क्राइम:
- देश की कई संस्थानों द्वारा दिए गए आंकड़ों पर सपा मंत्री का मानना है कि, सपा के काल में एफआईआर दर्ज की जाती है, इसलिए मुक़दमे बढ़े हैं।
- सपा मंत्री एसपी यादव ने आगे कहा कि, सभी जानते हैं कि, मायावती के राज में मुक़दमे दर्ज ही नहीं किये जाते हैं।
- उन्होंने आगे कहा कि, सपा सरकार में मुकदमा दर्ज कर जांच की जाती है और दोषियों पर कार्रवाई की जाती है।
- ऐसे में आंकड़ों का बनना लाजिमी है।