2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पूरी ताकत के साथ तैयारियों में जुट गयी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर संगठन को मजबूती देना शुरू कर दिया है। इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी संगठन में बदलाव करके नए सिरे रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। बीते दिनों सपा नेता नरेश अग्रवाल के भाजपा में जाने से पार्टी को व्यापारी वर्ग के बीच बड़ा नुकसान हुआ था। अब उससे उबरते हुए अखिलेश यादव ने एक बड़े नेता को व्यापारी वर्ग के बीच सपा को संगठित करने की जिम्मेदारी सौंप दी है।
अखिलेश कर रहे 2019 की तैयारी :
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी सबसे आगे चल रही है। अन्य पार्टियों ने जहाँ इसके लिए अब तक कोई ख़ास तैयारी नहीं की है तो वहीँ सपा ने तो लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों के लिए आवेदन फॉर्म तक निकाल दिया है। जिला सपा कार्यालय से कोई भी 10 हजार की रकम जमाकर इस फॉर्म को भरने के बाद प्रत्याशी बनने के आवेदन कर सकता है। वहीँ यूपी की फतेहपुर सीट से सपा ने सबसे पहले अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। साथ ही सपा संरक्षक मुलायम सिंह के मैनपुरी से लड़ने का ऐलान अखिलेश कर चुके हैं।
ये भी पढ़ें: मुलायम की बहू अपर्णा यादव बदरीनाथ मंदिर को दान करेंगी चंवर गाय
सपा में हुआ बड़ा बदलाव :
बांदा के सपा जिलाध्यक्ष शमीम बांदवी सहित नवनिर्वाचित सपा व्यापार सभा जिलाध्यक्ष अशोक भागवानी का बिजलीखेड़ा स्थित पार्टी कार्यालय पहुँचने पर फूल मालाओं से स्वागत किया गया। कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जताई। सपा जिलाध्यक्ष शमीम बांदवी ने कहा कि भागवानी को व्यापार सभा का अध्यक्ष बनाए जाने से संगठन को मजबूती मिलेगी। नवनिर्वाचित सपा व्यापार सभा जिलाध्यक्ष ने कहा कि वह व्यापारियों के हित में काम करेंगे। उनकी समस्याओं का जिला व शासन स्तर तक निस्तारण कराने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर ओम प्रकाश भागवानी, कमलेश गुप्ता, जमालुद्दीन, संजय जैन, मकसूद समेत तमाम व्यापारी व कार्यकर्ता शामिल रहे।