पिछली 23 नवंबर को ट्रैफिक पुलिस की वसूली की खबर को uttarpradesh.org ने प्रमुखता से प्रकाशित कर आला अधिकारियों के इनके कारनामों से अवगत कराया था। हमारी खबर का संज्ञान लेते हुए आईजी जोन लखनऊ ए सतीश गणेश ने ट्वीट कर डीआईजी रेंज लखनऊ को ट्वीट कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लखनऊ पुलिस ने एएसपी ट्रैफिक हबीबुल हसन को जांच सौंपी थी। एएसपी यातायात ने सीओ ट्रैफिक डॉ. राजेश तिवारी को जांच दी। उन्होंने जांच में दोषी पाए गए तीन ट्रैफिक सिपाहियों को निलंबित और चार होमगार्डों पर कार्रवाई के लिए कमांडेंट को पत्र लिखा है।
यह था पूरा मामला
- लगातार सीतापुर रोड, रिंग रोड और इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर वसूली की शिकायतें आ रही थीं।
- इस खबर पर uttarpradesh.org के चीफ फोटो जर्नलिस्ट ‘आशीष पाण्डेय’ ने मौके पर जाकर हकीकत देखी और ट्रैफिक पुलिस की कारगुजारियों को अपने कैमरे में कैद किया।
- खबर सोशल मीडिया के जरिये आला अधिकारियों तक पहुंचाई गई।
- इसके बाद पुलिस महकमा हरकत में आ गया।
- हमारी खबर का संज्ञान लेते हुए एसपी ट्रैफिक हबीबुल हसन ने जांच में दोषी पाए जाने पर ट्रैफिक सिपाही महेंद्र सिंह, हरेंद्र कुमार और तेजपाल गौतम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
- इसके अलावा प्लाटून कमांडर धर्मपाल, होमगार्ड राजकुमार, होमगार्ड उमाशंकर और विनोद से कार्यभार छीन उन्हें होमगार्ड मुख्यालय भेजकर कार्रवाई के लिए कमांडेंट को पत्र लिखा गया है।