विद्युत सुरक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल एसोसियेशन उ.प्र. के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता आज हुई बैठक में विभागीय मंत्री के निर्देश के बाद विद्युत सुरक्षा निदेशालय में एनओसी और अन्य कार्यो के नाम पर होने वाले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उपभोक्ताओं सम्बंधी कार्यप्रणाली को आनलाइन (मोबाईल एप) किये जाने का स्वागत करते हुए कहा गया कि विभागीय मंत्री के भ्रष्टाचार मुक्ति के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एसोसिएशन शतप्रतिशत भागीदारी करेगा।
बैठक में कहा गया कि पिछले छह माह से विभागीय प्रमुख सचिव आलोक कुमार द्वारा एसोसिएशन की शिकायतों और मिलने वाले फीड बैंक के आधार पर विद्युत सुरक्षा निदेशालय में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी कड़ी में पहले कार्यवाहक निदेशक तौर पर रामस्वारथ और फिर सौम्या अग्रवाल का विद्युत् सुरक्षा निदेशालय की बागडोर सौपी गई थी।
जब उक्त दोनों अधिकारी प्रमुख सचिव ऊर्जा को परिणाम नही दे पाए तो उन्होंने तेज तर्राट आईएएस शुभ्रा सक्सेना को निदेशक पद पर तैनात किया। इसका परिणाम यह हुआ कि सिर्फ पन्द्रह दिनों में विभागीय की गतिविधियों और तिकडमबाज अफसरों को समझने के बाद उन्होंने सबसे पहले एनओसी के माध्यम से होने वाले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए एनओसी व्यवस्था को आनलाइन कराने में सफलता हासिल की हैै।
इस दौरान उन्होंने उपस्थित कार्यकारिणी सदस्यों को यह भी निदेशक स्तर पर मुख्यालय प्रदेश भर के विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक 12 फरवरी को बुलाई गई है, जिसमें मोबाईल एप सख्ती से पालन कराने के साथ ही समीक्षा के आधार पर कई भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने के पूरी सम्भावना है।
बैठक के दौरान एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी ने निर्णय लिया कि विद्युत सुरक्षा निदेशालय में एनओसी सहित कई अन्य कार्रवाई आनलाइन करके विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव ऊर्जा, निदेषक विद्युत सुरक्षा ने पिछले दो वर्षों से विभाग में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को बल दिया है।
एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि शीघ्र ही विभागीय मंत्री से अनुमति लेकिन विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव ऊर्जा, निदेशक विद्युत सुरक्षा का सार्वजनिक अभिनदंन किया जाएगा। इस अभिनंदन समारोह में कर्मचारी महासंघ सहित अन्य कई कर्मचारी संगठनों के शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे। बैठक में महामंत्री अरूण कुमार वाजपेयी, जहीरूलहसन, सुनील कपूर, रवीन्द्र दीक्षित, पवन कुमार गौड़, सुशीला परिहार, जया चौहान, रमेश कुमार यादव, सावन कुमार, अमित कुमार श्रीवास्तव एवं सूजीत कुमार शामिल थे।