लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहा है, भाजपा अपनी तैयारियों में जुट गयी है. वहीं उत्तर प्रदेश में चुनाव के मद्देनजर टिकट वितरण को लेकर भी भाजपा रणनीति तैयार कर रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश से 5 बार सांसद रखने वाले और देश के प्रधानमंत्री रहे भाजपा के दिग्गज नेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की दत्तक पुत्री को भाजपा लखनऊ से चुनाव में उतारना चाहती है.
अटल बिहारी की पुत्री को लखनऊ लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव:
यहीं वजह है कि भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की बेटी नमिता भट्टाचार्य को आगामी लोकसभा के चुनाव में लखनऊ से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है.
लेकिन नमिता भट्टाचार्य अटल जी की राजनीतिक विरासत संभालने को तैयार नहीं हैं। यही वजह है कि उन्होंने भाजपा के प्रस्ताव को विनम्रता से मना कर दिया.
अटल की विरासत संभालने का BJP ने दिया प्रस्ताव:
नमिता को चुनाव में लखनऊ से उतारना एक तरह से भाजपा का सहानुभूति कार्ड है. क्योंकि अटल जी के प्रति भाजपा के कई कट्टर आम मतदाताओं सहित अन्य कई मतदाताओं के मन में सम्मान और लोक प्रियता का भाव है.
इसलिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का ये मानना कि नमिता को चुनाव में उतारना विपक्षियों के गठबंधन पर भारी पड़ सकता है, कुछ हद तक सही हो सकता है.
नमिता ने चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को इनकार:
लेकिन वहीं नमिता ने भाजपा के इस प्रस्ताव को बड़ी ही सरलता से इनकार कर दिया. नमिता ने इस प्रस्ताव के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आभार दिया, लेकिन चुनाव लड़ने में असमर्थता भी जताई.
उनके मुताबिक़ भले ही उनके पिता राजनीति के धुरंधर हो लेकिन वे पूरी तरह गैर राजनीतिक है और राजनीति में आने के लिए तैयार नहीं हैं.