बुधवार को लाठीचार्ज में एक शिक्षक की मौत के बाद अटेवा ने कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाई की मांग करते हुए अटेवा ने कहा है कि इस मामले की जाँच उच्च स्तर पर की जाए.
ज्ञात हो कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर ‘ऑल टीचर इम्प्लॉइज वेलफेयर एसोसिएशन’ (अटेवा) के तत्वाधान में प्रदेश भर से आये हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पर पुलिस ने बम्पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद भगदड़ में घायल कुशीनगर के रहने वाले डॉ. राम आशीष सिंह की मौत हो गई।
लाठीचार्ज की घटना के बाद सरकार कर रही लीपापोती की कोशिश:
- अटेवा के तत्वाधान में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
- इस दौरान मची भगदड़ में घायल डॉ. राम आशीष सिंह की मौत हो गई।
- डॉ. राम आशीष सिंह कुशीनगर के रहने वाले थे.
- जबकि काशगंज के नीरज प्रकाश, बिजनौर निवासी प्रदीप कुमार, मैनपुरी निवासी ओंकार सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए।
- सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा ने गाड़ी में बैठे अपने ड्राईवर को भी नहीं बख्शा।
- गाड़ी आगे खड़ी करने को लेकर सीओ ने अपने ड्राईवर के जोर से घूसा मारा।
- वहीँ मामला मीडिया में तेजी से उछाला गया तब सीएम अखिलेश यादव ने इसका संज्ञान लिया.
- आनन-फानन में इंस्पेक्टर हजरतगंज को लाइन हाजिर कर दिया गया.
- वहीँ सिपाही अभिषेक को सस्पेंड किया गया.
- पुरे मामले की जाँच SP East को सौंप दी गई.
- मृतक के परिजन को 5 लाख रु की सहायता की घोषणा भी अखिलेश यादव ने की.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें