यूपी विधानभवन (up assembly) में विस्फोटक पदार्थ मिलने के मामले में ATS सदन में पहुँच चुकी है. वहीं दिल्ली में संसद भवन की भी तलाशी ली जा रही है. महत्वपूर्ण VVIP की सीटो के नीचे तलाशी जारी है. विधानभवन के मुख्य परिसर में भी ATS तलाशी कर रही है.

होम मिनिस्ट्री ने रिपोर्ट की तलब:

  • वहीँ इस मामले में होम मिनिस्ट्री ने रिपोर्ट तलब की है.
  • होम मिनिस्ट्री ने मामले पर यूपी पुलिस से रिपोर्ट मांगी है.
  • विधानसभा अध्यक्ष ने कहा था कि फॉरेंसिक जांच अधिकारियों ने विस्फोटक की क्षमता बताई है.
  • पूरी घटना के पीछे देश औऱ प्रदेश को बदनाम करने के साजिश है.
  • उन्होंने ATS को सदन में अन्दर प्रवेश की अनुमति दी.

कैसे पहुंचा होगा विस्फोटक:

  • विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं.
  • मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी खड़े रहते हैं.
  • लेकिन हैरानी की बात ये है कि मल्टी लेयर सुरक्षा घेरे को तोड़कर कोई विस्फोटक लेकर कैसे पहुँच गया?
  • वहीँ इस पूरे घटनाक्रम में साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता है.
  • इस प्रकार की वारदात के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
  • विस्फोटक नीले रंग के पॉलीथीन में रखा गया था.
  • जब राजधानी स्थित विधानसभा सुरक्षित नहीं है तो पूरे प्रदेश में सुरक्षा के प्रबंध कैसे होंगे?
  • ATS को इस मामले में जाँच के आदेश दिए गए हैं.
  • 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में PETN का इस्तेमाल किया गया था.
  • ये एक गंधहीन पदार्थ होता है और इसको X-रे मशीन भी नहीं पकड़ पाती है.
  • ये छोटी से छोटी मात्रा में बढ़ा धमाका कर सकता है.
  • वहीँ ये भी बात सामने आई है कि सदन के भीतर जाने वालों की तलाशी नहीं होती है.
  • ऐसे में सुरक्षा में हुई इस चूक की जवाबदेही किसकी होगी?

विधानसभा में टेबल के नीचे मिला था विस्फोटक(PETN Explosive):

  • गुरुवार को यूपी विधानसभा में अब तक की सबसे बड़ी चूक सामने आई है.
  • जिसके बाद मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बैठक का आयोजन किया है.
  • 12 जुलाई को मानसून सत्र के दौरान टेबल के नीचे विस्फोटक मिला था.
  • फॉरेंसिक जांच में PETN विस्फोटक की पुष्टि की गयी है.
  • गौरतलब है कि, PETN पदार्थ का प्रयोग आतंकियों द्वारा ट्रेन में धमाके के लिए किया गया था.
  • ज्ञात हो कि, चेकिंग के दौरान डॉग स्क्वाड भी विस्फोटक को सूंघ नहीं सका था.
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