उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में भले ही अपराधियों से मुठभेड़ करके पुलिस खौफ पैदा करने का दावा कर रही है लेकिन इसकी हकीकत ये है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ जरा भी नहीं है। ये हम नहीं बल्कि मथुरा जिला में एक घटना ने इस बात पर खुद मुहर लगा दी है।
लूट की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
दरअसल मामला मथुरा के मगोर्रा थाना क्षेत्र के नोदरा गांव का है। यहां लूट की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे ही लूट के आरोप में एक फौजी को गिरफ्तार किया था तो आरोपी पक्ष की तरफ से पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। आरोपी ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर पुलिस की गाड़ी भी तोड़ दी। पथराव में थाना प्रभारी स्थित एक सिपाही और होमगार्ड घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही महकमें में अफरा-तफरी मच गई। फौरन थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा और सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उनका उपचार चल रहा है।
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बता दें कि कुछ लोग शादी समारोह की बारात चढ़ा कर गुलाब बाढ़ वाले लौट रहे थे। राश्ते में रात्रि के दौरान गुलाब बाढ़ वालों से लूट हो गई।यहां सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित के निशानदेही पर थाना मोगर्रा क्षेत्र के गांव नोदरा पहुंची थी। वहां लूट करने वाले आरोपी को पुलिस पकड़ने लगी और इसी बात को लेकर फौजी और पुलिस के बीच जमकर संग्राम हुआ और दोनों ओर से जमकर डंडे चले और पथराव हुआ। जिसमे पुलिस के एसएचओ सहित पुलिसकर्मी सहित गुलाव बाढ़ वाले और फौजी घायल हो गए। आपको बता दें कि इस दौरान थाना प्रभारी अवधेश त्रिपाठी के हाथ में गंभीर चोट है और उंगलिओं में भी चोट आई है। वहीं फौजी के परिजनों को भी चोट आई है। फिलहाल पुलिस इस मामले की गंभीरता से जाँच कर फौजी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
ग्रामीणों में पुलिस की दहशत का माहौल
हमले के बाद गुस्साए पुलिसकर्मियों ने फौजी को गिरफ्तार कर उसके परिवार के लोगों को पकड़कर बेरहमी से पीटा। इसमें उनके परिवार वालों को गंभीर चोटें आयी हैं। सभी घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस इस मामले में हमलावरों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई कर रही थी। गांव में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है। डर के मारे आरोपी के पड़ोसी घर से भाग गए। इस मामले में ग्रामीणों में भय है कि कहीं आरोपी की वजह से कहीं पुलिस के चंगुल में वह ना फंस जाएं।
सप्ताह भर पहले भी पुलिस टीम पर हुआ था हमला
इससे पहले परखम गुर्जर गांव में अवैध कब्जे की सूचना पर पहुंची पीआरवी 1921 पुलिस पर लोगों ने हमला बोल दिया। जब सिपाही अशोक कुमार शर्मा ने रोकने का प्रयास किया तो महिला ने उसके ऊपर ही तेल डाल दिया। सिपाही के साथ जीप चालक दिनेश और गार्ड देवेन्द्र कुमार सहित अन्य सिपाहियों ने आरोपियों का मुकाबला किया और आरोपी महिला ममता, जहाना एवं दाऊजी को हिरासत में ले लिया। पुलिस टीम जान बचाकर भागी। पुलिस ने इस मामले में अर्जुन, मंजू उर्फ रामनिवास, संजू, जाहान, दाऊजी, पवन, विनीत, ममता एवं करीब एक दर्जन अज्ञात के विरुद्ध रमणरेती पुलिस चौकी प्रभारी विपिन कुमार गौतम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।