आगरा जिले के सिकंदरा क्षेत्र में अपने बच्चोें के पेट पालन के लिए एक विधवा महिला केटरिंग व्यवसायी के यहां काम करती है। महिला व्यवसायी को अपने भाई की तरह मानती है लेकिन इस रिश्ते को कलंकित करते हुए उससे दुष्कर्म का प्रयास किया। उसे काम के बहाने अपने परिचित के घर ले गया था, जहां से महिला किसी तरह भागने में कामयाब हो गई। जिसके बाद उसे लगातार धमकी दी जा रही थी। हिम्मत करके महिला ने थाने में कम्प्लेन दर्ज कराई लेकिन इस मामले में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की। थकहार कर महिला ने मुख्यमंत्री को ट्वीट किया। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
ये है मामला-
जानकारी के अनुसार ताज नगरी के सिकंदरा क्षेत्र की रहने वाली एक 25 वर्षीय विधवा महिला रानी (काल्पनिक नाम) जो एक केटरिंग व्यवसायी के यहां अपने बच्चों को पालने के लिए 3 माह से नौकरी कर रही थी। पीड़िता अपने मालिक को भाई की तरह मानती थी लेकिन मालिक के मन में कुछ और ही था। 30 मार्च 2018 को एक काम के बहाने मलिक अंकुर पीड़िता को अपने परिचित के घर लेकर गया और वहां मौका पाकर पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। जैसे तैसे अपनी जान और इज्जत बचा कर पीड़िता वहां से बच निकली।
पीड़िता को दी जा रही थी धमकी
पीड़िता ने बताया की घटना वाले दिन से लेकर 5 अप्रैल तक उसके पास लगातार मालिक और उसकी मुंह बोली बहन फोन करके उसे धमकाते रहे। आखिरकार हिम्मत करके पीड़िता ने 5 अप्रैल को थाना सिकंदरा पुलिस के आगे गुहार लगाई। जिसके बाद पुलिस पीड़िता को लेकर मौके पर पहुंची लेकिन कार्यवाही के नाम पर 24 घंटे बीतने के बाद भी कुछ नहीं किया। ऐसे में पीड़िता ने परेशान होकर सीएम को ट्वीट किया और गुहार लगाई की उसे इन्साफ दिलाया जाए नहीं तो वह आत्महत्या करने को मजबूर होगी। सीएम को ट्वीट होते ही पुलिस विभाग सक्रिय हो गया जिसके बाद पुलिस ने स्वयं पीड़िता से कांटेक्ट किया।
एसपी सीटी ने कहा की जा रही है कार्रवाई
हालांकि इस मामले में एस पी सिटी का कहना है मामले की जांच की जा रही है। उसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी, लेकिन एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि ऐसे में जब सब सबूत लेकर पीड़िता पुलिस के पास पहुंची उसकी सुनवाई आखिर क्यों नहीं हुई। आखिरकार उसे क्यों सीएम के आगे गुहार लगानी पडी। यहां पीड़िता पढ़ी लिखी होने की वजह से आवाज सीएम तक पहुंचा पाई अन्यथा ऐसे कई मामले हैं जो थाने से ही दबा दिए जाते हैं।