लखनऊ से आई आडिट टीम ने शुरू की मामले की जाँच।
कोषागार में वर्ष 2010-17 के मध्य हुआ था घोटाला।
हरदोई। कोषागार में सरकारी कर्मियों की पेंशन मद में करीब चार करोड़ से अधिक की पेंशन राशि को फर्जी नाम से निकालने के घोटाले की जांच तेज हो गई है।लखनऊ से आई ऑडिट टीम पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।एडीएम संजय सिंह ने बताया की 2 करोड़ से अधिक की धनराशि का अभी तक मामला सामने आया है जांच चल रही है।कोषागार में पेंशन घोटाला वर्ष 2010-17 के मध्य हुआ। जब पेंशन राशि पेंशनर्स के खातों में सूची और चेक के माध्यम से भेजी जाती थी। इस मामले में तत्कालीन कोषाधिकारी दीपांकर शुक्ला ने सहायक कोषाधिकारी दिनेश प्रताप सिंह एवं लेखाकार राकेश कुमार सिंह के साथ ही एक अन्य तत्कालीन कोषाधिकारी देवी प्रसाद के विरुद्ध शहर कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई गई थी।इस मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने सुरसा थाना क्षेत्र के मरसा निवासी अशोक यादव को गिरफ्तार किया और उसे जेल भेजा है क्योंकि अशोक यादव ने ही कई लोगों के बैंक में खाते खुलवाए थे।बहरहाल जांच के बाद इसमे बड़ा खुलासा सामने आएगा।