बीते 15 साल से लखनऊ विकास प्राधिकरण का चक्कर लगा रहे परिवार का सब्र का बांध टूट गया। जब प्राधिकरण दिवस में वे पहुचें।शारदानगर योजना के तहत सडक़ पर आई भूमि का समायोजन न किये जाने को लेकर नाराज परिवारीजनों ने वीसी के समक्ष हंगामा किया। पुलिस व एलडीए कर्मियों ने रोकना चाहा। इस पर धक्का-मुक्की भी हुई। युवक की ओर से एलडीए प्रशासन मुर्दाबाद…वीसी मुर्दाबाद… के नारे भी लगाये गए। यह हंगामा एक घंटे तक चला। आखिर में सभी सदस्य वीसी के सामने धरना देने के लिए बैठ गए। बाद में एक हफ्ते में उचित निर्णय के आश्वासन बाद वे लौटे।
ये भी पढ़ें :राहुल गाँधी का BRD मेडिकल कॉलेज दौरा कल
घंटों रहा अराजकता का माहौल
- गोमती नगर स्थित लखनऊ विकास प्राधिकरण कार्यालय में प्राधिकरण दिवस आयोजित किया गया।
- इस दौरान सभी फरियादी एलडीए वीसी प्रभु एन. सिंह व सचिव जय शंकर दुबे के समक्ष अपनी तकलीफ बयां कर रहे थे।
- इनमें से एक विजय कश्यप भी थे, जो अपने बेटे आशीष, पत्नी व अन्य महिला सदस्यों के साथ आए थे।
- विजय ने अपनी तकलीफ वीसी के सामने बयां की।
- आशीष तेज आवाज में अपनी बात कहने लगा। लिहाजा पुलिस ने उसे बाहर करने का प्रयास किया।
- पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर आशीष व विजय ने हंगामा शुरू कर दिया।
- महिलाएं भी चीखने-चिल्लाने लगीं। पूरे हॉल में अराजकता का माहौल हो गया।
- वहीं, बाहर किये गए आशीष ने मुर्दाबाद के नारे लगाए।
- नजूल अधिकारी विश्व भूषण ने समझाने का प्रयास किया। बाद में वीसी से उनकी दोबारा बात हुई।
- विजय ने कहा, जहां हम रहते हैं वहां आप 10 मिनट खड़े नहीं हो सकते।
- वीसी बोले, अगर बात यह है तो मैं 20 मिनट खड़ा होकर दिखा सकता हूं।
- बाद में उन्होंने एक माह में एलडीए का जवाब उन तक पहुंचने की बात कहीं। यह सुनकर परिवार फिर भड़क उठा।
- फिर हंगामा हुआ। यह तमाशा एक घंटे चला। कामकाज बाधित हो गया।
- इस दौरान पुलिस, एलडीए कर्मियों व परिवाारीजनों में धक्कामुक्की भी हुई।
ये भी पढ़ें :लखनऊ मेट्रो: नियमों से खिलवाड़ करने पर सजा-ए-मौत!
14 साल बाद भी नहीं मिला कब्जा
- अरविंद दुबे ने बताया कि एलडीए की कानपुर रोड योजना के सेक्टर एल में भूखंड संख्या ए 1/223 आवंटित हुआ।
- भूखंड से संबंधित एडजस्टमेंट प्लान स्वीकृत न होने से 14 साल बाद भी कब्जा नहीं मिल पाया है।
- इसी तरह सावित्री देवी ने भी अपनी तकलीफ बयां की।
- बसंतकुंज हरदोई रोड योजना निवासी सावित्री ने बताया कि उन्हें 2007 में आश्रयहीन भवन संख्या एस 2/357 आवंटित हुआ।
- किस्तें जमा कर दीं। बाद में बैंक में रजिस्टे्रशन नंबर लाने को कहा गया।
- अब मौखिक रूप से भवन निरस्त होना बताया जा रहा है।
- वह बोली, इस संबंध में कोई नोटिस नहीं दी गई।
- सावित्री ने कहा कि वह स्कूल में आया का काम करती हैं।
- कई बार एलडीए के अधिकारियों के चक्कर लगा चुकी हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
ये भी पढ़ें :मदरसा बोर्ड पोर्टल हुआ लाँच, देनी होगी सभी जानकारी!