प्रदेश सरकार की ओर से त्रेतायुगीन दीपोत्सव की कल्पना में आयोजित दीपोत्सव के तीसरे वर्ष साढ़े तीन लाख दीपों को एक साथ जलाने का रिकार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए रामपैड़ी पर पुल नंबर एक से दो के मध्य अवध विश्वविद्यालय की ओर से चार लाख दीयों को जलाने की तैयारी की गई है। विश्वविद्यालय व सम्बद्ध महाविद्यालयों सहित विभिन्न कॉलेजों के स्काउट, एनएसएस व एनसीसी एवं नेवल विंग के कैडेटों ने गुरुवार को रामपैड़ी के विविध घाटों पर दीप जलाने का रिहर्सल किया।

इन छात्रों में स्वयं के ही बनाए विश्व रिकार्ड को पुन: तोड़ने का जज्बा दिखाई दे रहा था। उत्साह से लबरेज छात्र-छात्रा यहां सुबह से ही एकत्र होकर अपनी-अपनी जगह सुनिश्चित कर तैयारी बनाने में लगे रहे। मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वर्ष पांच लाख 51 हजार दीए जलाने का ऐलान किया था। इस ऐलान के अन्तर्गत रामपैड़ी  के अलावा गुप्तारघाट सहित दर्जनों मंदिरों में डेढ़ लाख से अधिक दीप जलाने की व्यवस्था की है। इसके लिए पर्यटन विभाग एवं डीआईओएस के निर्देशन में स्थानों का चयन कर लिया गया है और इन स्थानों पर दीप प्रज्जवलन के लिए विभिन्न विद्यालयों की टीम भी गठित कर दी है।

इससे पहले रामपैड़ी में अनवरत जल प्रवाह के लिए लगाए गए अतिरिक्त पम्पों को चलाकर पुन: ट्रायल का प्रयास किया गया लेकिन रामपैड़ी के टेल पर निर्माण कार्य पूरा न हो पाने के कारण जल प्रवाह बहुत ही धीमा रहा। इसके कारण पानी पैड़ी के ही घाटों पर फैलने लगा जिसके कारण पम्पों को बंद करा दिया गया। उधर, दीपोत्सव की तैयारियों में जुटी इवेंट कम्पनियां पूरे नयाघाट क्षेत्र सहित रामकथा पार्क को सजाने-संवारने में जुटी हैं। रामकथा पार्क के निकट हेलीपैड पूरी तरह से तैयार हो चुका है, जहां भगवान राम-लक्ष्मण और देवी सीता को विमान से लाया जाएगा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य अतिथिगण उनकी अगवानी करेंगे।

इसके साथ ही रामकथा पार्क के प्रवेश स्थल से लेकर मुख्यद्वार तक आवागमन के दोनों ही रास्तों पर विविध रंगों के अलग-अलग दर्जनों द्वार बनाए जा रहे हैं। इन सभी द्वारों के अलावा दीवारों पर रामायण के प्रसंगों के चित्रों से पूरा वातावरण ही राममय बनाने की कोशिश की गई है। इसके साथ ही रामकथा पार्क में मुख्य मंच के दोनों छोर पर सजीव प्रसारण के लिए एलईडी स्क्रीनें लगाई जा रही हैं। इसी के पार्श्व में भगवान राम व सीता के लिए विशेष अस्थाई मंच भी बनया जा रहा है।

उधर साकेत महाविद्यालय में शोभायात्राओं निकालने की तैयारी युद्धस्तर पर जारी है। यहां सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग की ओर से अलग-अलग झांकियों के निर्माण का क्रम जारी है। इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी जगह-जगह लघु मंच बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही एलईडी वैन के माध्यम से दीपोत्सव के कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार भी लगातार चल रहा है।

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