uttarpradesh.org टीम अयोध्या और फ़ैजाबाद पहुंची और वहां नगर निगम बनाये जाने को लेकर क्या प्रतिक्रिया हैं और वहां इसके पहले क्या हालात रहे, सभी मुदों पर बात कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की. आइये, आपको अयोध्या और फ़ैजाबाद के इलाकों की जमीनी हकीकत से रूबरू कराते हैं.
कनक भवन और हनुमानगढ़ी के आस-पास दुकानदारों की प्रतिक्रिया:
- दशरथ महल के बाहर गाड़ियों की कतार बता रही थी कि यहाँ आने वालों की कमी नहीं है.
- यहाँ हर कोई हनुमानगढ़ी में दर्शन करने आता है.
- इसके अलावा पास में ही कनक भवन है.
- कनक भवन को लेकर भी कई मान्यताएं हैं.
- यहीं पास में एक दुकानदार ने यहाँ की मान्यताओं को लेकर बात की.
- दुकानदार केसरी श्रीवास्तव ने बताया कि ये कैकई भवन है.
- विवाह के बाद कैकई ने कनक भवन उपवाह स्वरुप दे दिया.
- वहीं राजा दशरथ ने ये आशीर्वाद देते हुए कहा कि सभी लोग पहले सीता कहेंगे फिर राम.
- उसी वक्त से सीता राम कहते हैं.
- वहीँ दुकानदार ने GST को लेकर भी बात की.
- उनका कहना है कि थोक में सामान खरीदने पर पहले से महंगा पड़ता है.
- GST को केवल थोक विक्रेता तक सीमित रखें ताकि निचले स्तर पर दुकानदारों को नुकसान न हो और उनकी दुकानदारी प्रभावित न हो.
- दुकानदारों का कहना है कि नोटबंदी के बाद GST ने छोटे दुकानदारों की कमर तोड़ दी है.
- इसलिए सरकार को चाहिए की GST की दरों में कमी करे ताकि छोटे व्यापारियों को इसका लाभ मिले और उनकी जीविका का माध्यम प्रभावित न हो.
सरकार से लोगों को उम्मीदें:
कई दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम बनाकर सरकार ने अयोध्या के लिए विकास के रास्ते को खोला है. उनका कहना है कि उम्मीद है कि ये सरकार वर्षों से उपेक्षित अयोध्या का विकास करेगी. हांलाकि उन्होंने कहा कि नगर पालिका ने पहले सफाई पर ध्यान दिया होता तो आज अयोध्या की हालत इतनी ख़राब न होती.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.