लखनऊ : पेट में गैस, बदहजमी, लिवर की खराबी, स्त्री के रोग जैसे पेशाब में जलन, सफेद पानी, गठिया व जोड़ों में दर्द जैसी तमाम तकलीफदेह बीमारियों का शर्तिया इलाज। यह दावा है राजधानी के विभिन्न स्थानों पर तंबू कनात में सजे कथित आयुर्वेदिक दवाखानों के जहां बैठने वाले अनपढ़ लोग अपने आपको वैद्य घोषित किये हुए हैं और आने वाले रोगी की नब्ज पकड़ दवा दे रहे हैं। खासबात यह कि राजधानी में खुलेआम मरीजों के साथ  हो रहे इस तरह के खिलवाड़ के बाद भी इन पर कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है।

रोगियों से कर रहे हजारों रुपयों की ठगी

  • राजधानी के विभिन्न स्थानों पर तम्बुओं में दवाखाने चल रहे हैं।
  • इनके नाम कुछ इस तरह हैं बाबा बंगाली दवाखाना, जगजीवन खानदानी,कामदेव आयुर्वेदिक दवाखाना आदि।
  • इन तंबूओं में दिखावे के नाम पर कुछ डिब्बों में दवाएं दिखायी पड़ती हैं।
  • फिर चाहे उसमें पुरुषों से जुड़ी बीमारियां हों या फिर महिलाओं से।
  • ऐसे में जो व्यक्ति बड़े डॉक्टरों के पास जाने से झिझकता है।
  •  ऐसे लोग इनके दावों के झांसे में आ जाते हैं।
  • शर्म वह झिझक से भरे यह लोग पुडिय़ों में मिलने वाली दवाओं को बिना समझे खाते रहते हैं।
  • बाद में जो की उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
  • दवाखाने पर बैठा 25 वर्षीय युवक कान में ईयर फोन लगाये चारपायी पर बैठा हुआ था।
  • जब उससे वैद्य जी के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वह खुद इलाज करता है।
  • मां को गठिया होने की बात कहने पर उसने कहा कि वह शर्तिया उनकी तकलीफ दूर कर देगा।
  • एक माह इलाज चलेगा और वह स्वस्थ हो जाएंगी।
  • इस दौरान उसने गठिया के इलाज के लिए 3500 रुपये की मांग की।
  • साथ ही कहा कि वह खुद आठवीं पास है लेकिन उनके पिता व दादा सब वैद्य रहे हैं।
  • इसलिए वह भी इलाज करना जानता है।

    जाने क्या कहते हैं विशेषज्ञ

  • आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. डीके श्रीवास्तव का कहना है कि इस तरह  खुले आयुर्वेदिक दवाखाने न सिर्फ आयुर्वेद के नाम को बदनाम कर रहे हैं।
  • साथ ही रोगियों की सेहत भी बिगाड़ रहे हैं।
  • इनके द्वारा दी जाने वाली अधिकतर दवाओं में स्टेरॉयड होता है।
  • जिससे शरीर में सूजन आ जाती है और  किडनी, लिवर सहित शरीर के अन्य अंगों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • आयुर्वेद निदेशक डॉ ऋतुराज चौधरी का कहना है की इन लोगों पर लगाम  के लिए ड्रग इंस्पेक्टर होते हैं।
  • प्रदेश में  ड्रग इंस्पेक्टर की नियुक्ति के लिए शासन को पत्र भेज दिया गया है।
  • जल्द ही इनकी नियुक्ति हो जाएगी। जिसके बाद इन्हें नहीं छोड़ा जाएगा।
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