कैबिनेट मंत्री आजम खां ने माना कि सपा प्रमुख द्वारा सीएम अखिलेश यादव को पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा करते ही प्रदेश में बड़ा विवाद खड़ा हो गया। मुलायम सिंह ने अखिलेश और रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। जिसकी वजह से पूरे प्रदेश में सपा सर्मथक अखिलेश यादव के पक्ष में खड़े हो गए।
मैंने निभाया अपना फर्ज :
- आजम खां ने कहा कि इस निष्कासन से बात पार्टी की छवि पर आ गई थी।
- उन्होंने कहा कि सीएम के निष्कासन से सर्मथक और कार्यकर्ता सहित प्रदेश की जनता बेहद नाराज हो गई थी।
- हालांकि अखिलेश और रामगोपाल का निष्कासन वापस ले लिया गया है।
- उन्होंने कहा कि अब अखिलेश और मुलायम में कोई नाराजगी नहीं है।
- सबसे बड़ा मुद्दा उनके निष्कासन था, जो कि अब हल हो गया है।
- आजम ने कहा, विवाद सुलझाकर मैंने अपना फर्ज निभाया।
- उन्होंने कहा, नेताजी ने मेहनत से पार्टी खड़ी की है।
- वह पिता होने के साथ ही पार्टी के मुखिया भी हैं।
टिकट बटवारे पर फैसला :
- आजम खां ने कहा कि टिकट बटवारा मेरा विषय नहीं है।
- सबसे पहले पार्टी की समस्या दूर करना जरूरी था।
- उन्होंने कहा कि मैंने अपनी जिम्मेदारी पूरी की।
मुस्लिमों को बताया फिक्रमंद :
- आजम खां ने कहा कि इस वक्त सबसे ज्यादा मुस्लिम फिक्रमंद है।
- ऐसा इसलिए है, अगर सपा कमजोर पड़ती है, तो बीजेपी मजबूत हो जाएगी।
- आजम पहले ही बीजेपी को मुस्लिम विरोधी बताया चुके हैं।