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उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां हमेशा ही अपने विवादों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। सत्ता में हों या ना हों, आजम अपने दिये बयानों से बाज नहीं आते और बिना किसी फिक्र डर के अपने बयानों (azam khan new statement) पर कायम भी रहते हैं। इसी क्रम में उन्होंने एक बार फिर से नये विवाद को जन्म दे दिया है।
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आजम ने दिया बयान :
- बीते दिन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के कुल 46 मदरसों की अनुदान राशि रोक दी थी।
- यह अनुदान राशि किसी वैचारिक मतभेद के चलते नहीं बल्कि किसी और कारण से रोकी गयी थी।
- शासन की जांच में मानक के अनुरूप न पाए जाने के चलते 46 मदरसों का अनुदान रोका है।
- ज्ञात हो कि, पूरे प्रदेश में कुल 560 मदरसों को सरकार द्वारा अनुदान राशि दी जाती है।
- मामले की जांच DM, DIOS, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की संयुक्त कमेटी कर रही थी।
- इस दौरान लगभग 2 महीने की जांच के बाद ये तथ्य आए सामने।
- शासन की रिपोर्ट में 46 मदरसों के भवन मानकों पर सही नही उतरे थे।
- जिसके बाद अल्पसंख्यक विभाग ने मदरसों को दी जाने वाली ग्रांट को रोक दिया था।
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- सरकार के अल्पसंखयक विभाग ने 46 मदरसों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता को रोक दिया है।
- इसके साथ ही सभी 46 मदरसों के शिक्षकों का भी अप्रैल से अगस्त तक का वेतन रोका गया है।
- यह मदरसे कानपुर, कुशीनगर, कन्नौज, मऊ, आज़मगढ़, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, महोबा हैं।
- वाराणसी,गाजीपुर, जौनपुर, फैज़ाबाद, बाराबंकी, झांसी, श्रावस्ती के मदरसे भी इसमें शामिल हैं।
- सरकार के इस फैसले पर सपा नेता आजम खां ने बड़ा बयान दे दिया है।
- रामपुर में आजम ने कहा कि कुर्सी पर बैठे हुए लोग मदरसा नहीं चलाते हैं।
- साथ ही उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि यूपी का एक भी मदरसा बंद नहीं किया जायेगा।
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