आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से 15 लोगों के मरने की पुष्टि सरकार ने की थी. वहीँ कल इस मामले को विपक्ष ने सदन में उठाया था. इस मुद्दे पर बहुत हंगामा हुआ था. सरकार ने इस मामले पर अपनी सफाई भी दी थी.
योगी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की सहायता राशि देने का फैसला किया है. कल विपक्ष ने मुआवजा देने की मांग भी की थी.
सदन में हुआ था हंगामा:
- आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से मरने वालों को लेकर आज विधानसभा में हंगामा हुआ.
- बसपा ने विधानसभा में आजमगढ़ जहरीली शराब का मुद्दा उठाया था.
- इसको लेकर सरकार और विपक्ष में गरमागर्म बहस हुई.
- विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने आकंड़ों में हेर-फेर किया है.
- कांग्रेस ने कहा कि मरने वालों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाये.
- वहीँ संसदीय मंत्री सुरेश खन्ना ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया.
- उन्होंने कहा कि सरकार शराब पीने के कारण हुई मौतों को लेकर गंभीर है.
- इस घटना की जाँच के आदेश दे दिए गए थे.
- मजिस्ट्रेट जाँच के बाद इस घटना से पर्दा उठ जायेगा.
जहरीली शराब: मौत के आकड़ों को क्यों कम बता रही है सरकार!
सुरेश खन्ना ने सदन में दिया था जवाब:
उन्होंने कहा कि 169 करोड़ रूपए बाढ़ नियंत्रण के लिए सरकार ने दिए हैं.
सरकार बाढ़ नियंत्रण में कोई लापरवाही नहीं कर रही है.
सरकार ने अलग से बाढ़ नियंत्रण के लिए रकम दी है.
वहीँ बसपा ने विधानसभा में आजमगढ़ जहरीली शराब का मुद्दा उठाया.
मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख मुआवजा देने की मांग की गई.
उन्होंने सदन में कहा कि आजमगढ़ में कुल 15 लोगों की मौत हुई.
मृतकों की संख्या में कोई तोड़मरोड़ नहीं किया गया है.
उन्होंने बताया कि कल सरकार के मंत्री आजमगढ़ जाएंगे.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देंगे.