उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिला में हमेशा पूजा-पाठ में मगन रहने वाले छात्र का शव गांव में ही मंदिर के अंदर पाया गया। युवक का गला पीछे से कटा हुआ था और मंदिर परिसर में चारों और खून ही खून बिखरा हुआ था। ये नजारा देख ग्रामीणों के होश उड़ गए। घटना की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही आनन-फानन में पुलिस बल के साथ एसपी मौके पर पहुंचे। इकलौते पुत्र की मौत के बाद माता-पिता का रो रो कर बुरा हाल है। परिजन युवक का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहती इसे लेकर एएसपी समेत कई अधिकारी गांव में परिजनों से बातचीत करने में जुटे हुए थे। घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी संतोष कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट उमाशंकर सिंह मौके पर पहुंचे। परिजनों और ग्रामीणों की गुजारिश पर प्रशासन ने बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार करने की इजाजत दे दी। ग्रामीणों का पुलिस का अनुमान है कि युवक ने मंदिर के अंदर ही खुद की बलि चढ़ा दी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]बेटे की मौत से माँ हो गई बदहवाश [/penci_blockquote]
जानकारी के मुताबिक, मामला दरियाबाद थाना क्षेत्र के ऊटवा गांव का है। ऊटवा गांव मे जन्माष्टमी का कार्यक्रम चल रहा था। सोमवार को भोर मे करीब तीन बजे गांव के बच्चे कार्यक्रम देख लौट रहे थे रास्ते मे पड़ने वाले छोटे से दुर्गा मन्दिर के अन्दर आवाज सुनकर बच्चे रुके अन्दर का नजारा देख सभी हैरान हो गए कोई मन्दिर के अन्दर तड़फ रहा था। जिस पर डरकर बच्चे चिल्लाने लगे। आवाज सुनकर ग्रामीण एकत्र हुए। ग्रामीणों ने मन्दिर का गेट खोलकर युवक को निकाला लेकिन तब तक वह मर चुका था। ग्रामीणों ने टार्च की रोशनी मे युवक को देखा तो सभी के मुह से निकला कि अरे यह तो अनिरुद्ध है। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुँचे अनिरुद्ध के पिता स्वामी नाथ यादव व उसकी माँ बदहवाश हो गई।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]खुद की बलि चढ़ाने की आशंका [/penci_blockquote]
घटना के बाद परिजनों ने शव की अन्त्येष्टि की तैयारी शुरू कर दी। इसी बीच सूचना पाकर पुलिस पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराने को कहा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस प्रकार मन्दिर के अन्दर गडासा मिला और युवक का गला पीछे से कटा है उसे देखकर घटना सन्देहास्पद भी लग रही है। खुद की बलि चढ़ाने की भी सम्भावना है। ग्रामीणों के अनुसार जेबीएस कालेज दुल्हदेपुर मे बीए की पढ़ाई करने वाला अनिरुद्ध हमेशा पूजा पाठ करता रहता था। हाल ही मे उसने बिना अन्न खाए एक वर्ष से कर रहे व्रत का परायण कर भण्डारे का आयोजन किया था। जिस मन्दिर मे उसने खुद की बलि दी उसमे घन्टो बैठकर पूजा करता रहता था। ग्रामीणों का कहना है कि स्वामीनाथ के इकलौते बेटे अनिरुद्ध यादव ने बीती रात 2 बजे के करीब गांव में ही स्थित दुर्गा मां के मंदिर में खुद की बलि चढ़ा दी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]अनिरुद्ध एक साल से किए था अन्न त्याग[/penci_blockquote]
लोगों ने बताया कि मृतक अनिरुद्ध ने लगभग एक साल से अन्न त्याग कर रखा था। मृतक कई बार भंडारे और कीर्तन-भजन आदि आयोजन भी कर चुका था। ग्रामीणों के अनुसार वह खुद को दुर्गा मां का अनन्य भक्त मानता था। इसी वजह से वह अपना पूरा समय पूजा-पाठ में लगाया करता था। शायद यही वजह थी कि उसने अपने आप को देवी मां के चरणों में समर्पित करने की ठानकर रात करीब दो बजे अपना सिर धारदार हथियार से काटकर बलि चढ़ा दी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]शव के पास बांका बरामद[/penci_blockquote]
पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव का कहना है कि युवक ने स्वयं बलि दी है। देवी मंदिर में युवक की लाश के पास से बांका मिला है। पूरे मंदिर में खून ही खून फैला हुआ था। पूछताछ में पता चला कि काफी दिन से युवक अलग तरह का व्यवहार कर रहा था। आस्था और अंधविश्वास में खोया हुआ था, जिसके चलते रात में युवक ने मंदिर में बलि चढ़ा दी।