6 दिसम्बर, 1992 को आज ही के दिन ठीक 24 साल पहले उत्तर प्रदेश समेत देश के सबसे बड़े विवाद ने भयावह रूप लिया था, हिन्दुओं के आराध्य देव राम की जन्मभूमि को लेकर हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच रामजन्मभूमि पर बनी बाबरी मस्जिद को लेकर विध्वंस हुआ था।
कारसेवकों ने तोड़ी बाबरी मस्जिद:
- उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामजन्मभूमि और उस पर बनी बाबरी मस्जिद विवाद का प्रमुख कारण है।
- जिसके लिए करीब 2 सदियों से अधिक समय से इस जगह के लिए सांप्रदायिक घटनाएँ हो रही हैं।
- रामजन्मभूमि को लेकर विवाद आज तक नहीं सुलझ पाया है।
- मामले सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, मामले की जांच कर रहे लिब्राहन आयोग ने अपनी रिपोर्ट दे दी है।
- 6 दिसम्बर 1992 को कारसेवकों द्वारा बाबरी मस्जिद की इमारत को ध्वस्त कर दिया गया था।
बाबरी विध्वंस के बाद सांप्रदायिक दंगे:
- 6 दिसम्बर 1992 को कारसेवकों द्वारा अयोध्या में रामजन्मभूमि पर बनी बाबरी मस्जिद को गिरा दिया था।
- जिसके बाद इलाके में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे।
- इन सांप्रदायिक दंगों में करीब 2000 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।
- इसके साथ ही तत्कालीन सरकार भी मामले में सुरक्षा मुहैया कराने में पूरी तरह विफल हो गयी थी।
सुप्रीम कोर्ट में मुकदमें पर कार्रवाई:
- बाबरी विध्वंस को मंगलवार को 24 साल हो गए हैं।
- अयोध्या स्थित बाबरी विवादित स्थल का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
- जिसे लेकर हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही पक्षों में किसी प्रकार की कोई सुलह नहीं हो पाई है।
- वहीँ मामले की जांच कर रहे लिब्राहन आयोग ने मामले की रिपोर्ट सौंप दी है।
- यह स्थान हिन्दुओं और मुस्लिम दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- हिन्दुओ के लिए जहाँ रामजन्मभूमि उनके आराध्य देव की भूमि है।
- वहीँ बाबर द्वारा इस स्थान पर मस्जिद बनवाए जाने के चलते यह स्थान मुस्लिमों के लिए भी महत्त्व रखता है।
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