जल्द ही यदि आरटीओ ऑफिस कर्मियों को वेतन नहीं मिला तो विभागीय कामकाज करने से इंकार कर देंगे और प्रदर्शन पर बैठे जायेंगे। ऐसे में राजधानी के आरटीओ ऑफिस में आवेदकों के डीएल बनने से लेकर वाहन संबंधी सभी कार्य पूरी तरह प्रभावित हो जायेंगे।

चार महीने से नये लेखाकार की नहीं हो सकी तैनाती

बता दें कि विगत चार महीने से आरटीओ ऑफिस में नये लेखाकार की तैनाती नहीं हो सकी है, ऐसे में इस कार्यालय सहित देवा रोड एआरटीओ के भी अधिकारियों व कर्मियों का न तो वेतन बन पा रहा है और न ही जारी हो पा रहा है। जब यह मामला जैसे-तैसे करके मुख्यालय तक पहुंचा तो किसी तरह बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में तैनात एक बाबू को लखनऊ के टीपीनगर आरटीओ कार्यालय में बतौर लेखाकार भेजने की पहल की गई तो उसने यहां जाने से साफ तौर पर इंकार कर दिया।

जानकारी के तहत लखनऊ आरटीओ ऑफिस में एकाउंटेंट की तैनाती से बचने के लिये उक्त बाबू ने बाराबंकी एआरटीओ प्रशासन को पत्र के माध्यम से अवकाश दिये जाने की भी अपील की है। वहीं दूसरी ओर लखनऊ आरटीओ कार्यालय की स्थिति तो अब यह हो चुकी है कि ऑफिस कर्मी हर रोज कार्यालय के स्थानीय प्रशासन के समक्ष वेतन की गुहार लेकर खड़े हो जाते हैं और जिसका कोई ठोस जवाब प्रशासन के पास नहीं रहता। जबकि स्थानीय प्रशासन की ओर से विभागीय मुख्यालय से लेकर लेखा निदेशालय तक को क्रमवार कई पत्र लिखकर उक्त प्रकरण की जानकारी दी जा चुकी है।

आज बंद रहेगा आरटीओ, नहीं होगा डीएल का काम

गुरूनानक जयंती को शासन द्वारा अवकाश घोषित किये जाने के बाद आनन-फानन में आज आरटीओ प्रशासन ने पांच जनवरी शुक्रवार को कार्यालय बंद करने का निर्णय लिया। ऐसे में जिन भी डीएल आवेदकों को ऑनलाइन आवेदन के तहत शुक्रवार का टाइम स्लाट दिया गया है। वो कार्यालय बंद रहने की वजह से इस दिन आरटीओ ऑफिस नहीं जायें। स्थानीय प्रशासन ने ऐसे आवेदकों से अनुरोध किया है कि वो फिर से ऑनलाइन डीएल आवेदन के तहत टाइम स्लाट लें और निर्धारित तिथि व समय को ऑफिस पहुंचे।

 

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