उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में “नमामि गंगे के अभियान” मिशन गंगे के द्वारा गंगा किनारे 15 सौ किलोमीटर की यात्रा कर गंगा स्वच्छता की अलख जगाने की मुहिम के तहत पद्मश्री एवं पहली पर्वतारोही महिला बछेंद्री पाल काशी पहुंची।
40 सदस्यीय टीम के साथ बछेंद्री पाल का हुआ स्वागत:
जहाँ 40 सदस्यों के दल के साथ अस्सी घाट पहुंचने पर उनका पुष्प वर्षा कर एवं तिलक लगाकर स्वागत किया गया। अस्सी घाट स्थित ‘सुबह ए बनारस’ के मंच पर बछेंद्री पाल सहित उनकी 40 सदस्यी टीम को गंगा विचार मंच के संयोजक राजेश शुक्ला एवं प्रभागीय वन अधिकारी मनोज खरे ने पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को स्वच्छता का संदेश दिया गया।
इस दौरान बछेंद्री पाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तत्वाधान में आयोजित मिशन गंगे अभियान के द्वारा गंगा किनारे के राज्यों में जन भागीदारी सुनिश्चित करने की मुहिम के तहत काशी पहुंची है.
स्वच्छता अभियान का दिया संदेश:
उन्होंने बताया की इससे पूर्व उन्होंने कई सौ कस्बों और गांवों में जाकर स्वच्छता की जिम्मेदारी निर्वहन करने की सीख दी है।
पर्वतारोही ने ये भी कहा कि गंगा स्वच्छता भारत की समृद्धि से जुड़ी हुई है. हमें गंगा की सफाई के लिए अधिक से अधिक जन भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी ।
प्रधानमंत्री ने काशी से ही स्वच्छता की अलख शुरू की, जिसे उन्होंने आगे बढ़ाने की बात कही.
वहीं गंगा विचार मंच के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहां की गंगा मात्र एक नदी नहीं है। गंगा भारत की आत्मा, आजीविका, मर्यादा और पूजा है। गंगा भारत की पहचान है।
आइए हम सभी पर्यावरणीय साक्षरता की इस मुहिम से जुड़ कर घर-घर तक गंगा को प्रदूषण मुक्त करने का संदेश पहुंचायें।
ये भी हुए कार्यक्रम में शामिल:
आयोजन में प्रमुख रूप से क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज खरे क्षेत्रीय वन अधिकारी, रेंजर, सुबहे बनारस से रत्नेश वर्मा, प्रमोद मिश्रा, टाटा स्टील से प्रदीप अग्रवाल , राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन नई दिल्ली से रजत गुप्ता, रचित एंडले, रोटरी क्लब के सदस्य, पाणिनी कन्या विद्यालय की छात्राएं, नगर निगम के कर्मचारी और गंगा विचार मंच से संयोजक राजेश शुक्ला, शिव दत्त द्विवेदी, पायल सोनी, शिवम अग्रहरी ,प्रीति जायसवाल, अमन गुप्ता ,रमेश चौहान ,राम प्रकाश जायसवाल, हिमांशु अग्रहरि और सैकड़ों की संख्या में गंगा सेवक गंगा प्रहरी एवं गंगा मित्र मौजूद रहे ।