राजधानी में अवैध तरीके से चलने अस्पतालों में आए दिन वसूली और लापरवाही से मौत का मामला सामने आता रहता है। ताजा मामला गुडंबा थानाक्षेत्र का है, जहां बचपन अस्पताल ने एक चाट के ठेले की फेरी करने वाले के नवजात बच्चे को दो माह तक अस्पताल में इलाज के नाम पर भर्ती रखा और तीमारदार से डेढ़ लाख रुपए वसूल लिए। दो माह बाद अस्पताल प्रशासन ने पीड़ित से कहा कि अब बच्चा बचेगा नहीं और उसे अस्पताल से निकाल दिया। इसके बाद नवजात शिशु की मौत हो गई, पर अस्पताल के डॉक्टर का पेट वसूली से नहीं भरा। इसके लिए शनिवार को अस्पताल के डॉक्टर ने पीड़ित को रास्ते से उठाकर अस्पताल में बंधक बनाकर मारा-पीटा और फिर खुद 100 नंबर डायल कर पीड़ित को पुलिस के हवाले कर दिया। इस सम्बंध में जब डॉक्टर सुधाकर सिंह से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि लोग हमें दोषी ठहरा रहे हैं फोन पर हम कोई जानकारी नहीं दे सकते।
यह था पूरा मामला
- जानकारी के मुताबिक, कल्याणपुर गुडंबा के रहने वाले चाट विक्रेता सोनू ने बताया कि लगभग ढाई महीने पहले उनकी पत्नी सुनीता ने रिंग रोड स्थित छवि अस्पाल में एक बच्चे को जन्म दिया था।
- जन्म के पांच दिन बाद बच्चे की तबियत खराब हो गई तो उसने सेक्टर 1/12, कुर्सी रोड गुडंबा स्थित बचपन अस्पताल में नवजात को भर्ती कराया था।
- इसके बाद डॉक्टर्स ने उसके नवजात बच्चे को दो माह तक अस्पताल में भर्ती रखा और इस दौरान डेढ़ लाख रुपए गरीब चाट विक्रेता से इलाज के नाम पर वसूल लिए।
- मजबूर पिता बच्चे के इलाज के नाम पर लुटता रहा।
- पीड़ित ने बताया कि वह जब भी डॉक्टर्स से बच्चे की तबियत के लिए पूछता था तो डॉक्टर्स का कहना यही रहता था कि सब ठीक हो जाएगा।
- दो महीने बाद डॉक्टर्स ने अचानक सोनू से कहा कि अब तुम्हारा बच्चा बचेगा नहीं और इतना कहकर नवजात को डिस्चार्ज कर दिया।
- पीड़ित परिजन बच्चे को लेकर घर भी नहीं पहुंच पाया था कि नवजात ने दम तोड़ दिया।
अस्पताल में बनाया गया बंधक
- सोनू ने बताया कि बच्चे का गम वह भूल नहीं पा रहा है।
- वहीं पीड़ित ने बताया कि बचपन अस्पताल के डॉक्टर ने डेढ़ लाख रुपए लेने के बाद भी कहा कि उसके पैसे अभी भी बाकी हैं जिसका सोनू ने विरोध किया तो डॉक्टर्स ने देख लेने की बात कही।
- शुक्रवार शाम सोनू किसी काम से जा रहा था।
- तभी बचपन अस्पताल के स्टाफ ने उसे रास्ते से उठा लिया और अस्पताल ले जाकर बंधक बना लिया और डॉक्टर्स ने उसे अस्पताल में जमकर पीटा।
- इस दौरान डॉक्टर ने कहा कि पैसा तो तुम दोगे भले ही आधा पैसा पुलिस को देना पड़े और इतना कहकर 100 नंबर पर सूचना कर दी और पीडि़त सोनू को पुलिस के हवाले कर दिया।
रात भर थाने में भी पिसा पीड़ित
- किसी गरीब का नवजात बच्चा भी चला गया और उससे औकात से ज्यादा डेढ़ लाख रुपए भी ले लिए गए, लेकिन सच है कि हमेशा गरीब ही पिसता है।
- ऊंची पहुंच वाले डॉक्टर की थाने पर भी अच्छी सेटिंग है जिसकी बदौलत उसने पीड़ित को थाने पहुंचा दिया।
- थाने ले जाने के बाद पुलिस ने रातभर पीड़ित को थाने में ही बैठाए रखा।
- पीड़ित ने बताया कि पहले तो अस्पताल में उसको पीटा गया। फिर रात में थाने में भी उसी को पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीट दिया।
- आरोप है कि पुलिसकर्मी उस पर दबाव डाल रहे हैं कि अस्पताल का बकाया पैसा दे दो वरना जेल भेज देंगे।