उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे के बाद से लगातार लीपापोती में जुटी हुई है, वहीँ सरकार बनने के बाद से ही स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह कई बार प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का दावा करते हैं। लेकिन प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल उतना अच्छा भी नहीं है जितना स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह बताते रहते हैं। गौरतलब है कि, गोरखपुर में BRD मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं का पता सभी को चल चुका है। इसी क्रम में सूबे के बदायूं जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का रियलिटी चेक(badaun district hospital) करते हैं।
बदायूं के जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का रियलिटी चेक(badaun district hospital):
- गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने से तकरीबन 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
- वहीँ योगी सरकार मामले को दबाने में एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।
- सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी कई मौकों पर सूबे में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की बात कह चुके हैं।
- बेहतर सुविधाओं का एक नमूना पूरे देश ने शुक्रवार की शाम को देख लिया है।
- इसी क्रम में बदायूं के जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का रियलिटी चेक किया गया।
- जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के बयान की पुष्टि साफ़ हो जाती है।
ऑक्सीजन मशीन में भरे हैं कीड़े(badaun district hospital):
- गोरखपुर के बाद बदायूं के जिला अस्पताल में बेहतर सुविधाओं का एक नमूना देखने को मिला है।
- बदायूं जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में कई बेड पर ऑक्सीजन मास्क ही उपलब्ध नहीं हैं।
- जिले के अस्पताल में भी स्वास्थ्य विभाग मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है।
- रियलिटी चेक में आगे पता चलता है कि, ऑक्सीजन मशीन में कीड़े भरे हुए हैं।
- वहीँ अस्पताल के में ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों को हायर सेंटर में रेफर किया जा रहा है।
वीडियो:
https://www.youtube.com/watch?v=8la9zRNVXkU&feature=youtu.be
डॉक्टर नहीं इस लिए बंद करना पड़ा हार्टवार्ड(badaun district hospital):
- बदायूं जिला अस्पताल में ऑक्सीजन मशीन में कीरे भरे पड़े हैं।
- इमरजेंसी वार्ड में कई बेडों पर ऑक्सीजन मास्क ही नहीं हैं।
- इतना ही जिला अस्पताल का हार्टवार्ड भी बंद किया जा चुका है।
- जिला अस्पताल के हार्टवार्ड को बंद करने के पीछे का कारण है, डॉक्टरों की उपलब्धता न होना।
- इसके बावजूद सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की बात किस मुंह से करते हैं।
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