कश्मीर की घाटियों में पत्थरबाज़ी की घटनाओं से पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था. इस मामले में जम्मू-कश्मीर से वापस आए बागपत के रहने वाले नसीम ने अब अपना बयान बदल दिया है. नसीम ने कहा कि मालिक को फंसाने के लिए उनसे और उसके साथियों ने झूठ बोला था. 

कंपनी मालिक को फंसाने के लिए बोला झूठ:

जम्मू कश्मीर से लौटे 3 युवकों ने कहा था कि उन पर पत्थरबाजी का दबाव बनाया जाता था. लेकिन अब उनमे से बागपत के एक युवक नसीम ने अपना बयान बदल दिया हैं. पुलिस की पूछताछ में नसीम ने कहा कि पत्थरबाजी का बयान उसने अपने मालिक को फसाने के लिए दिया था.

उसने कहा कि कश्मीर के डिवाइन इंडस्ट्रीज के मालिक एजाज़ वानी को बदनाम करने के लिए उन लोगों ने झूठी साजिश रची थी. नसीम ने बताया कि ईद के दौरान घर आने पर रुपये नहीं देने पर उसने और उसके दोस्तों ने मीडिया को झूठा बयान दिया कि कश्मीर में हमलोगों को सेना पर पत्थर मारने के लिए कहा जाता था.

क्या हैं मामला:

सहारनपुर जनपद के नानौता निवासी मोहम्मद अजीम राव, नकुड़ निवासी बबलू और पंकज, बागपत के युवकों के साथ कश्मीर के पुलवामा में लस्तीपुरा में डिवाइन इंडस्ट्रियल फार्म में सिलाई के काम के लिए गए थें.

बागपत जिले की बड़ौत तहसील के गुराना रोड निवासी पीड़ित टेलर मास्टर नसीम ने कश्मीर में नौकरी करने के दौरान पूरी कहानी बताते करते हुए कहा कि सहारनपुर के रहने वाले बब्लू के साथ वह जनवरी 2018 में कश्मीर में सिलाई का काम करने वाली कंपनी डिवाइन इंडस्ट्रीज में नौकरी के लिए गया था.

नसीम ने बताया कि शुरू में सब ठीक ठाक काम चल रहा था. लेकिन जब ईद के दौरान काम का हिसाब मांगने पर कंपनी ने ईद के बाद हिसाब करने की बात कही, तो इस बात को लेकर इन लोगों का कंपनी के मालिक एजाज वानी से विवाद हो गया. विरोध करने पर कंपनी के मालिक की तरफ से धमकी दी जाने लगी कि चोरी के आरोप में फंसा दिया जाएगा.

पत्थरबाजी का दबाव बनाने का लगाया था आरोप:

नसीम ने ये भी बताया कि गांव पहुंचने के कुछ दिन बाद कश्मीर से कंपनी के मालिक ने धमकी भरा फोन करते हुए कहा कि तुम लोगों ने ईद में हमारा धंधा खराब किया है. हम तुम लोगों के खिलाफ पुलिस में 15- 20 लाख रुपये की चोरी का केस दर्ज करवाकर वापस यहां बुलवा लेंगे.

इसी घटना के बाद हम लोगों ने मिलकर कंपनी मालिक के ऊपर पत्थरबाजी का दबाव बनाने का आरोप लगाया था. वहीं अब नसीम ने बताया कि हमने और हमारे दोस्तों ने झूठ बोला था.

बार बार बदल रहे बयान:

फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जाँच कर रही है. पुलिस को अभी नसीम की बातों पर पूरा भरोसा नहीं है. एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने कहा कि जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी. पुलिस इन सभी युवकों से पूछताछ कर रही है और जांच कर रही है.

हालांकि नसीम के बयानों में विरोधाभास दिख रहा है. पहले के बयानों से अलग हटकर वो कह रहा है कि उन पर कश्मीर में चोरी का आरोप लगाने की बात कही गई थी, इसी वजह से ऐसा बोल दिया. बहरहाल बागपत पुलिस इन युवकों के दावों की सच्चाई पता लगाने की कोशिश कर रही है.

असल बात पुलिस की जांच के बाद ही सामने आएगी कि इन लोगों से पत्थरबाजी के लिए कहा जाता था या फिर पैसे के लेन-देन के चक्कर में ये ऐसे आरोप लगा रहे हैं. बहरहाल, कश्मीर में पत्थरबाजी से पश्चिमी यूपी के कथित कनेक्शन से सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं.

कश्मीर से आये युवकों का आरोप, पत्थरबाजी के लिए बनाया गया दबाव

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