मानसून की पहली बारिश के बाद से ही नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. वहीँ बहराइच में घाघरा के भयावह रूप ने जिले में हड़कंप मचा दिया है. नेपाल से सटे बहराइच में बाढ़ की चपेट में करीब आधा दर्जन गाँव आ गए हैं.

नेपाल में हो रही बारिश बहराइच के लिए बनी मुसीबत:

  • नेपाल में बारिश से घाघरा का जलस्तर बढ़ गया है.
  • गिरजापुरी, शारदा बैराज से 2 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज कर दिया गया है.
  • जबकि ऐल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान से 29 सेमी ऊपर बह रही है.
  • महसी तहसील के आधा दर्जन गांव पानी से घिरे हुए हैं.
  • महसी तहसील के नागेश्वरपुरवा, प्रधानपुरवा, गोलागंज, कोरिनपुरवा बाढ़ में डूबे हुए हैं.
  • वहीँ कायमपुर, पिपरा, पचदेवरी, मंगलपुरवा, मैकूपुरवा गाँव में भी पानी चारों तरफ है.
  • चमरहियापुरवा,अहिरनपुरवा, लोनियनपुरवा  और रामदासपुरवा पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिर गए हैं.
  • अफरा-तफरी की स्थिति से इन गाँव के लोगों को सामना करना पड़ा है.
  • जलस्तर निरंतर बढ़ने के कारण ग्रामीण बहुत परेशान हैं और अपने घर-परिवार की चिंता उन्हें सता रही है.

    राहत कार्य में लापरवाही:

  • बाढ़ के बाद अब तक सिर्फ तीन गांवों में ही नाव की व्यवस्था की जा सकी है.
  • जबकि प्रशासन लगातार बाढ़ राहत को लेकर आश्वासन दे रहा है.
  • वहीँ जरमापुर-कायमपुर संपर्क मार्ग भी बाढ़ के बहाव में कट चुका है.
  • नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के साथ ही कटान भी तेज हो गई है.
  • नदी के कटान में गोलागंज गांव में तीन ग्रामीणों के मकान सुबह समाहित हो गये.
  • यही नहीं करीब 30 बीघा खेती योग्य जमीन भी कटान की भेंट चढ़ी चुकी है.
  • गाँव के लोगों की मुसीबत जलस्तर बढ़ने के साथ बढ़ती ही जा रही है.
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