जिला कारागार में वर्षाे से बंद नेपाली महिलाएं अपने पति की दीर्घायु की कामना को लेकर करवाचैथ का व्रत रख रही है। जेल आने के बाद अपनों ने भले ही उनसे मुहं मोड़ लिया। लेकिन प्यार और विश्वास की डोर उनमें आज भी साफ़ दिखाई पड़ती है।
जिला कारागार में वर्षाे से बंद हैं ये महिलाएं :
- शायद यही कारण है कि सलाखों के पीछे बंद महिलाएं पति के दीर्घायु को लेकर व्रत है।
- नेपाल राष्ट्र के रहने वाली शांता बीका बीते पांच सालों से जिला कारागार में निरूद्व है।
- इसी तरह धनमाया भी चार साल से सीमा से सटे बहराइच जेल में बंद है।
- 24 महिलाएं पतियों के लंबह उम्र की कामना को लेकर जेल में करवाचैथ व्रत रख रही है।
- जेल प्रशासन भी करवांचैथ का व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए पूजा की व्यवस्था की गयी है।
- पूजा करने की पूरी व्यवस्था करने के साथ-साथ पूजा का हर सामान भी उपलब्ध करा रहा है जेल प्रशासन।
- जेल अधीक्षक ललित मोहन पाण्डेय व जेलर सुरेश सिंह ने बताया कि देर शाम व्रत रचाने वाली सभी महिलाएं कारागार परिसर में चांद का दीदार करते हुए पति के लंबी उम्र की कामना के साथ व्रत तोडेगी।
- इन महिलाओं को व्रत रखने के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसलिए दो महिला बंदी रक्षको की तैनाती खासतौर पर की गई है।
- जो इनका कदम कदम पर ख्याल रख रही है।
- व्रत रखने वाली महिलाओं में साधना, बीना, कुन्ना, ग्वालिन, रामसंवारा, तारा, गीता, श्यामकला, सुनीता, अनीता सहित चैबीस महिलाएं शामिल है।
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