उत्तर प्रदेश में साथ चरणों में आगामी विधानसभा चुनाव का मतदान होना हैं. सात चरणों में होने वाले मतदान में प्रथम चरण का मतदान 11 फ़रवरी को किया जायेगा. इस के बाद क्रमशः 15 , 19 , 23 , 27 फरवरी और 4 ,8 मार्च को बाकी चरणों का मतदान किया जायेगा. यूपी चुनाव के दौरान शत प्रतिशत मतदान कराने के लिए सभी जिलों में जिला स्तर पर मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. इसी क्रम में आज बलिया में मतदाता जागरूगता अभियान को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह और डी एम गोविन्द एनएस राजू द्वारा बलिया से सिकंदरपुर के लिए मानव सृंखला बनाने का आयोजन किया गया था. इस मानव श्रंखला की दुरी 35 किलोमीटर रखी गई थी.
लाइन में सुबह से ही लगाये गए नन्हे मुन्ने बच्चे
- यूपी चुनाव के दौरान शत प्रतिशत मतदान कराने के लिए सभी जिलों में जिला स्तर पर मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया जा रहा है
- इसी क्रम में आज बलिया में भी मतदाताओं को जागरूक करने के लिय मानव मतदाता श्रंखला का आयोजन किया गया.
- इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन ने नन्हे मुन्ने बच्चो को मतदाता जागरूकता का हथियार बनाया.
- गौरतलब हो की ये मानव श्रंखला 35 किलोमीटर रखी गई थी.
- जिसमे बीएसए के हिटलरी आदेश पर प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों ने नन्हे मुन्ने बच्चो को सुबह से ही लाइन में लगा दिया.
- सबसे ख़ास बात तो ये रही कि इतनी सुबह ये बच्चे बिना खाए पिए घर से आये थे.
- इस दौरान जब इन मासूमों से ये पूछा गया की तू लोग किस लिए खड़े हो तो इन बच्चो को इस बात का पता ही नही था की वो बलिया सिकंदरपुर मार्ग पर किस लिए खड़े हैं.
- बच्चों से जब ये पुछा गया की किसकी रैली है तो बच्चन ने मासूमियत से जवाब दिया भाजपा की.
- वहीँ एक नन्ही सी मासूम ने तो बताया की ये माता रानी का जागरण चल रहा हैं इसी लिए लाइन में लगे हैं.
- इस दौरान जिलाधिकारी ने भी ये सब नजारा अपनी आँखों से देखा.
- सबसे बड़ी बात यह रही की बलिया जिलाधिकारी ही मानव श्रंखला की लाइन भूल गए.
- मानव श्रंखला की लाइन का पीछा करते करते डीएम साहब कब स्टेट बैंक की लाइन में पहुँच गए उन्हें पता ही नही चला.
- लेकिन फिर अचानक उन्हें अपनी भूल का एहसास हो गया.
- इस दौरान जब डीएम ने मानव श्रंखला में लगे लोगो से पूछना चाहा तो उससे पहले ही लोगो ने कहा की हमे तो राशन ही नही मिलता हैं.
- जिसके बाद डीएम साहब खुद ही कंफ्यूज थे.
- हालन कि डीएम ने माना की इस कार्यक्रम में स्कूल के छोटे छोटे बच्चे भी शामिल हैं.
- जिन्हें यह भी पता नही की कार्यक्रम कौन सा हैं.
- यही नही बच्चो के साथ आये अध्यापकों को भी यह नही पता था की भारत का मुख्या निर्वाचन अधिकारी कौन हैं.
- कार्यक्रम में ये अध्यापक तो बस हाफने में ही लगे हुए थे.
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