आज कल कई भाजपा विधायक विवादित बयान दे कर सरकार की ही किरकिरी करवाने में लगे है. इन्हीं में से एक है बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह. सुरेन्द्र सिंह कई बार बड़े विवादित बयान दे कर खुद की और सरकार की छवि को खराब कर चुके है. चाहे वह उन्नाव रेप केस को लेकर उनका ब्यान हो या रेप मामलो में मोबाइल और अभिभावकों को जिम्मेदार ठहराने वाला बयान. अब जरा उनके एक नये विवादित बयान पर गौर फरमाइए.
सरकार करवा रही खुफिया जांच: सुरेंद्र सिंह
बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने फिर एक विवादित बयान देते हुए कहा कि भारत में रहने वाले अधिकांश मुस्लिम पाकिस्तान परस्त हैं. ये मुस्लिम भारत की मिट्टी को स्वीकार नहीं हैं.
सुरेंद्र सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि सरकार विदेशी मानसिकता वाले लोगों की खुफिया तौर पर जांच करा रही है. इसके बावजूद राजनीतिक दुर्बलता के कारण निर्णय लेने में हिचकते हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बंगाल में विदेशियों को आधार कार्ड बन रहे हैं. बंगाल में हालात कश्मीर से भी बदतर होंगे.
जिन्ना विवाद पर भी बोले विधायक सुरेंद:
बलिया के बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने जिन्ना विवाद पर भी बयान दिया है. उनका कहना है कि जिन्ना आतंकी नहीं बल्कि राष्ट्रीय द्रोही हैं और राष्ट्र दोहियों का भारत देश में कोई स्थान नहीं है.
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को देश में कोई सम्मान नहीं होना चाहिए. उनकी तस्वीर अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में नहीं लगनी चाहिए. उनकी जगह अब्दुल कलाम की तस्वीर वहां लगे तो वह उनको सलाम करेंगे.
उन्होंने कहा, “अलीगढ़ में हिंदू युवा वाहिनी के लोगों पर पुलिस का लाठीचार्ज नहीं होना चाहिए था.”
पहले भी दिए विवादित बयान:
बता दें इससे वहले भी बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने पिछले दिनों भी विवादित बयान देते हुए देश में बढ़ रही रेप की घटनाओं के लिए युवक-युवतियों के अभिभावकों को जिम्मेदार ठहराया था. साथ ही उन्होंने युवाओं के स्वतंत्र व्यवहार पर रोक लगाने की जरूरत जताई थी. सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि समाज में आई बलात्कार जैसी विकृति के लिए अभिभावक जिम्मेदार हैं, क्योंकि वह अपने बच्चे और बच्चियों का संरक्षण नहीं करते. बीजेपी विधायक ने युवा लड़के और लड़कियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल का भी विरोध किया. उन्होंने मामले में कहा था कि नाबालिग लड़के-लड़कियों का मोबाइल इस्तेमाल करना गलत है.