उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार भले ही बेहतर शिक्षा व्यवस्था के तमाम दावे कर ले लेकिन सरकारी स्कूलों की हालत बदतर है। ताजा मामला बलिया जिला का है। यहां के एक प्राथमिक विद्यालय को कब्जेदारों ने भैंसो का तबेला बना दिया है। प्राथमिक शिक्षा की बदतर हालत इस सरकारी विद्यालय की हालत बता रही है। यहां क्लास रूम में बच्चों के स्थान पर गाय और गाय के बछड़े मिले। साथ में गाय के खाने का भूसा भी भरपूर मात्रा में था। इस मामले में बलिया जिला के जिलाधिकारी भवानी सिंह खागारौत ने बताया कि मामले की जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रधानाचार्य प्राथमिक विद्यालय ककरघट्टा विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि वह बीएस स्कूल पहुंचे है, गाय किसकी हैं और कौन बांध गया उन्हें नहीं पता।
बलिया के दो स्कूलों की गंदी तस्वीर आयी सामने
[hvp-video url=”https://youtu.be/baE2ZDABYcY” poster=”https://www.uttarpradesh.org/wp-content/uploads/2018/07/Untitled-3-copy-5.jpg” controls=”true” autoplay=”true” loop=”true” muted=”false” ytcontrol=”true”][/hvp-video]
देश के सरकारी स्कूलों पर करोड़ों रूपये पानी की तरह बहा दिए जाते हैं। जहां शिक्षकों को मोटी रकम के रूप में वेतन मिलता है। छात्रों को बैग, ड्रेस भोजन, फल, दूध तक का इंतजाम किया गया है। लेकिन इन विद्यालयों में शिक्षा की हालत क्या है जरा गौर कीजिये। हम आप को बलिया जनपद के दो अलग-अलग विद्यालयों की तस्वीर दिखा रहे हैं। पहली तस्वीर प्राथमिक विद्यालय दलकी और दूसरी तस्वीर प्राथमिक विद्यालय ककरघट्टा की है। यहां दोनों जगह गाय और गाय के बछड़े मिले। साथ में इनके खाने का भूसा पर्याप्त मात्र में स्कूल के कक्ष में भरा मिला।
अपने गुरु जी का इंतजार कर रही गाय
चौंकिए नहीं ये कोई तबेला नहीं बल्कि यूपी सरकार की प्राथमिक शिक्षा का एक विद्यालय है। यहां बच्चे पढ़े न पढ़े पर पशु जरूर पढ़ते हैं। साथ में इनके खाने पीने का भूसा का इंतजाम भी बहुत बढ़िया से क्लास रूम में किया गया है। इस बेचारी गाय के बच्चे को देखिये कितनी मासूम और कितनी कोमल है जो विद्यालय के अतरिक्त कक्ष में आराम फरमा रही है। मानो अपने गुरु जी का इंतजार कर रही है।
दलकी में भी सामने आई गंदी तस्वीर
दूसरी तस्वीर प्राथमिक विद्यालय दलकी की है। जहां गाय स्कूल के बरामदे में खड़ी है। मानो ये भी अपने गुरु जी का इंतजार कर रही है। साथ में गाय का मालिक भी स्कूल के बरामदे में चारपाई लगा कर आराम फरमा रहे है। इस मामले में विद्यालय के प्रधानाचार्य से बात की गई तो उनका कहना है अभी अभी हम आये है देखते हैं।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सपनों पर पलीता लगा रहे अधिकारी
जहां प्रधानमंत्री देश की प्राथमिक शिक्षा और गरीबों के बच्चों को बुनियादी शिक्षा देने की बात करते हैं। वही सरकारी विद्यालयों की यह व्यवस्था उन बच्चों के साथ मोदी, योगी के सपनो पर भी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। जब इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी भवानी सिंह खागारौत से बात की गयी तो रटा रटाया बयान दे डाला कि जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी।