उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में रेलवे क्रासिंग के एक गेटमैन को मामूली विवाद में मारपीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। मंगलवार की रात्रि रेलवे फाटक खोलने को लेकर गेटमैन का विवाद कुछ युवकों से हो गया था। जिसके बाद गुस्साए युवकों ने गेटमैन को बुरे तरीके से पीटना शुरू किया। घायलावस्था में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां गंभीर स्थिति देखते हुए डॉक्टरों ने उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। लेकिन रास्ते में जाते समय उसकी मौत हो गई। रेलवे पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देवरिया के भटनी निवासी शैलेश तिवारी (38) रेलवे में गेटमैन के पद पर तैनात हैं। उसकी ड्यूटी शहर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर थी, जहां वह प्रतिदिन की तरह अपनी ड्यूटी पर गांधीनगर रेलवे क्रॉसिंग पर मौजूद था। मंगलवार की रात वह ट्रेन आने की सूचना के बाद क्रासिंग बंद कर दिया। इस दौरान कुछ युवकों ने गेट खोलने का दबाव डालने लगे। गेट खोलने से मना करने पर मनबढ़ युवकों ने गेटमैन से अभद्रता करते हुए गाली-गलौज देने लगे। जिसके बाद गेटमैन ने विरोध किया। विरोध करने पर अज्ञात युवकों की उससे भिड़त हो गई। जिसके बाद बदमाश युवकों ने शैलेश को डंडे व रॉड से पीटना शुरू कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। रेलवे कर्मचारियों ने घायल शैलेश को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां गंभीर स्थिति देखते हुए डॉक्टरों ने उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया लेकिन रास्ते में जाते समय उसकी मौत हो गई।
घर का एकलौता चिराग था शैलेश
शैलेश तिवारी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के भटनी का रहने वाला था। जो बलिया जिले में रेलवे में गेटमैन के पद पर तैनात हैं। उसकी ड्यूटी शहर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर थी। मृतक शैलेश घर का इकलौता चिराग था। रेलवे पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शैलेश पिछले चार साल से बलिया में तैनात था। घटना के बाद सुरक्षा को लेकर रेल कर्मचारी आक्रोशित हो गए। जानकारी के अनुसार रेलवे क्रासिंग पर सिर्फ दो कर्मचारियों की शिफ्ट में ड्यूटी होती थी।