राजधानी में बारिश के चलते वेक्टर जनित रोगों का प्रकोप जारी है. जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार सतर्कता बरती जा रही है.इसी उद्देश से राजधानी के जिला अस्पताल बलरामपुर अस्पताल मं भी बुखार के मरीजों के लिए फीवर हेल्प डेस्क बनायीं गयी है लेकिन, वहां पर कोई भी कर्मचारी व डॉक्टर नहीं रहता है।
ये भी पढ़ें :त्योहार पर भी नहीं बांटा वेतन,संविदाकर्मियों में रोष!
मरीजों को नहीं मिलता इलाज
- राजधानी का बलरामपुर अस्पताल ऐसा है जहाँ विभिन्न जिलों से मरीज इलाज के लिए आते हैं .
- गोमतीनगर निवासी सत्यवान अस्पताल की इमरजेंसी में खड़े दो घंटे से रिपोर्ट का इंतजार करते रहे.
- लेकिन दो घंटा बीतने के बाद भी वहां कोई भी कर्मचारी और स्टाफ नर्स नहीं आयी.
- सत्यवान ने बताया उनके रिश्तेदार रमेश यादव की तबियत बहुत गंभीर है .
- उन्हें 102 डिग्री बुखार है जब तक जाँच रिपोर्ट नहीं आती आगे इलाज नहीं शुरू हो सकता है .
- उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट के लिए ये लोग कई दिन से दौड़ा रहे है.
ये भी पढ़ें :सीएम योगी युवाओं को देंगे रोजगार का सर्टिफिकेट!
- आपको बता दें कि सत्यवान तो बानगी मात्र है यहाँ पर अन्य मरीजों का भी यही हाल है .
- रकाबगंज से आए इंतियाज सुबह से रिपोर्ट मिलने के इंतजार में इमरजेंसी के बहार बैठे रहे.
- उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने कहा था जब तक मरीज़ की जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक इलाज नहीं कर सकते हैं.
- इसलिए सुबह से इंतजार कर रहे है.
- यहां इलाज कराने आये मरीज थक हारकर बिना इलाज कराए वापस लौटने के लिए मजबूर है.
- इसकी शिकायत मरीज व तीमारदार यदि अधिकारियों से करते हैं तो वह मरीज पर ही भडक़ जाते हैं.
- हालात यह है कि फीवर डेस्क से कर्मचारी अक्सर नदारद रहते हैं.
ये भी पढ़ें :अब भारतीय सेना के जवान पियेंगे ‘पैकेट’ का दूध!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें