चिकित्सा व्यवस्था को लेकर प्रदेश में हर तरफ वाहवाही लूटते नजर आ रहे हैं सूबे के मंत्री. लेकिन शहर के बड़े नामचीन सरकारी बलरामपुर अस्पताल इमरजेंसी वार्ड का हाल एक युवक ने Facebook लाइव के जरिए दिखाया. ये वीडियो बहुत तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये वीडियो WhatsApp, Twitter और Facebook के माध्यम से लोग एक दूसरे से शेयर कर रहे हैं और सरकार को यह सच्चाई दिखा रहे हैं कि रात के वक्त एक सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टर किस तरह से काम करते हैं.
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सभी डॉक्टर्स को कर्मचारियों को पहले भी आगाह किया था कि सभी लोग निष्पक्ष भाव से काम करेंगे और मरीजों के इलाज के प्रति अपना पूरा योगदान देंगे. सरकार बनते ही सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रदेश के तमाम मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पतालों का दौरा किया था. लेकिन राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल का ये वायरल वीडियो साफ ज़ाहिर करता है कि अस्पताल के स्टाफ की मरीजों के प्रति कितनी संवेदना है.
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वीडियो में दिख रहे युवक ने कुछ घायलों को तुरंत अस्पताल पहुँचाने का काम किया था, लेकिन अस्पताल की इमरजेंसी में उसे सिवाए एक डॉक्टर के कोई और डॉक्टर और न ही कोई हेल्पर दिखा. इमरजेंसी की स्ट्रेचर पर दो घायल वीडियो में साफ दिख रहे हैं जिनके शरीर से निकले खून को तीमारदार खुद रूई से साफ करते नज़र आ रहे हैं.
वायरल वीडियो में युवक ने डॉक्टर्स पर आरोप लगाते हुये कहा कि ये एक कुर्सी पर एक डॉक्टर बैठे थे जो मेरे आते ही चले गए बिना मरीज़ को देखे, इससे पहले वो youtube पर Krrish 3 के गाने सुन रहे थे, तो कोई मरीजों के लिए बिल्कुल भी सचेत नहीं दिखा. जो मरीज एक्सीडेंट होने के बाद अस्पताल में आते हैं आधे घंटे से स्टेशन पर पड़े मरीज ने खुद बोला कि वह लगभग आधे घंटे से स्टेशन पर पड़ा है लेकिन कोई भी डॉक्टर उसके पास नहीं आया. ये है प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक सरकारी अस्पताल का नज़ारा.