केंद्र में भाजपा सरकार, प्रदेश में भाजपा सरकार और सूबे में भाजपा सांसद व विधायक फिर भी वाराणसी में जनता की सुनने वाला कोई नही. मामला वाराणसी जिले के पिण्डरा का है. जहाँ एक सड़क के बनने को लेकर लोगों की आस बंधी है. सरकारें आती हैं, सरकारें जाती हैं लेकिन एक सड़क बनवाने वाला कोई नहीं.
भूमाफिया ने कर रखा है सड़क पर कब्जा:
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पिण्डरा विधानसभा के अंतर्गत आने वाली रोड़ चकरमा हनुमान मंदिर से भैठौली, पलहिपट्टी से भोजूबीर तक यूपी कॉलेज से जोड़ती है. लेकिन ये अहम सड़क आज तक नहीं बन सकी हैं.
लोगों का आरोप हैं कि 500 मीटर की ये रोड भूमाफिया के कब्जे में हैं. आने जाने के लिए इस रोड की बची कुची हालत (NHAI) नेशनल हाईवे अथोरिटी ऑफ़ इंडिया के तहत हाई वे बनाने वाली संस्था ने खराब कर दी हैं.
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स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत प्रशासन से की. रोड बनवाने की मांग की. लेकिन कोई उनकी सुनने वाला हीं नहीं हैं. इस मामले में सरकारी अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे.
गाँव वालों ने आरोप लगाया कि सड़क की बद्दतर स्थिति में सुधार के लिए लेखपाल से शिकायत की तो वह भी नहीं सुनता. बल्कि लेखपाल ने तो गांव के ही एक आदमी को सारा कामकाजी चार्ज दे रखा हैं. गाँव का यह लेखपाल का बनाया इंचार्ज आश्वासन देकर बस धन उगाही का काम करता हैं. लोग भूमाफिया के डर से खुल के विरोध नहीं कर पाते है।
अखिलेश सरकार में हुआ था बजट जारी:
बता दें कि इस रोड़ को बनवाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने अपने शासन काल में ही 1 लाख के बजट की स्वीकृति की थी, पर उसके बाद अभी तक रोड नहीं बन सकी हैं.
लोगों को भाजपा से काफी आशाएं थी. क्योंकि क्षेत्र के सांसद और विधायक भाजपा से है. उन्हें लगा कि अब काम आसानी से हो जायेगा. पर यह उम्मीद तब खत्म हो गयी जब वोट लेने के बाद नेता अपने क्षेत्र की हालत जानना भी नहीं जाते.
वहीं लोगों का कहना है कि अखिलेश सरकार में सांसद रहे पूर्व सांसद तूफानी सरोज ने 6 करोड़ की लागत से बिजली जैसे मूलभूत सुविधाओं को 2013 में दिया था. पर अब 500 मीटर की एक सड़क बनवाना भी भाजपा सरकार के लिये मुस्किल हैं.