व्यापारी नेता बनवारी लाल कंछल को जेल से रिहा कर दिया गया है। उन पर व्यापर कर ऑफिस में मारपीट, तोड़फोड़ व आगजनी के आरोप हैं। वह 19 साल पुराने मामले गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया कि उनकी रिहाई के आदेश स्पष्ट होने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
- गौरतलब है कि 12 अगस्त 1998 को व्यापर कर भवन में घुसकर अधिकारियों और कर्मचारियों से गालीगलौज और मारपीट, आगजनी की घटना हुई थी।
- इस मामले में व्यापारी नेता बनवारी लाल कंछल पर ये सभी आरोप लगे थे।
- उन पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप था।
- आरोप था कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ चेयरमैन की कार में आग लगा दी थी।
- इस घटना के बाद तीन मुकदमें पंजीकृत किये गए थे।
- 13 अक्टूबर को सीबीसीआईडी की विशेष अदालत ने कंछल सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी किया था।
- इसके बाद बनवारी लाल कंछल समेत पांच आरोपियों ने सीबीसीआईडी की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था।