बाराबंकी जिले में एक गाँव में लगभग साल भर से ट्रांसफार्मर जला हुआ है, जिससे गाँव के 30 परिवारों को बिजली नहीं मिल रही हैं और वे अँधेरे में रहने को मजबूर हैं. मुख्यमंत्री से लेकर आलाधिकारियों से कई बार शिकायत करने के बाद भी अब तक न तो ट्रान्सफर बदला गया और ना ही किसी अधिकारी ने गाँव जाकर मुआयना करने की जहमत उठाई.
सालभर से जला हुआ है ट्रांसफार्मर:
एक ओर प्रदेश सरकार और उर्जा मंत्री 24 घंटे और हर गाँव तक बिजली पहुंचाने का दावा करते हैं, वहीं प्रदेश में खराब बिजली व्यवस्था और आपूर्ति को लेकर बार बार शिकायत करने पर भी मामले को गम्भीरता से नहीं लेते. प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी का ऐसा ही एक मामला बाराबंकी जिले का है.
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राजधानी से सटे बाराबंकी जिले में ग्रामीणों का सब्र अब बिजली विभाग की अनदेखी की हद के सामने बिखर चुका हैं. मामला बाराबंकी के रामसनेहीघाट तहसील के विकास खंड पूरेडलई के ग्राम पंचायत इरशाद नगर मजरे सराय बरई का है. जहाँ ट्रांसफार्मर जले हुए लगभग एक साल होने को है लेकिन बिजली विभाग तो तो जैसे इस गाँव की सुध ही नहीं हैं.
एक साल से जला ट्रांसफार्मर अभी तक नहीं बदला,अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप
सीएम योगी सहित आलाधिकारियों से की जा चुकी शिकायत:
वहीं बिजली समस्या से जूझ रहे ग्रामीण ने इसकी शिकायत के लिए सीएम योगी तक को पत्र लिखा, बड़े अधिकारियों से सूचित किया लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ समय बिता और कुछ नहीं.
ट्रांसफार्मर बदलना तो दूर की बात हैं कोई देखने तक नहीं आया कि आखिर समस्या क्या और कितनी है. वहीं कई बार ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बिजली विभाग के आलाधिकारियो से की है। परंतु ग्रामीणों को केवल निराशा ही हाथ लगी है।
30 घर अँधेरे में:
ट्रान्सफार्मर खराब होने की वजह से गाँव के 30 परिवार तकरीबन एक साल से अँधेरे में रहने को मजबूर हैं. सबसे ज्यादा समस्या तो इन परिवारों के बच्चों की पढाई को लेकर हैं जो बिजली विभाग की अनदेखी और ढुलमुल रवैये के चलते बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं.
वहीं इस मामले में ग्रामीणों में बिजली विभाग की लापरवाही के प्रति आक्रोश हैं. गाँव के ही फूलचंद और रामप्रकाश ने इस बारे में बताया कि जब अधिकारी के पास जाते हैं, तो वे बाद में आकर कह कर टाल देते हैं.