2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी ने पदाधिकारियों के साथ बैठक करना शुरू कर दिया है। इस बार समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के अलावा कुछ अन्य राज्यों में भी प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है। सपा लोकसभा चुनावों में भाजपा को चारों ओर से घेरना चाहती है। यही कारण है कि सपा ने बसपा से गठबंधन करके बीजेपी की मोदी लहर को उत्तर प्रदेश में रोकने की तैयारी कर ली है। इसी क्रम में सपा ने अपने संगठन में अचानक बड़ा बदलाव कर डाला है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उपाध्यक्ष पद पर बड़े नेता की नियुक्ति कर दी है।
बदले गए सपा जिला उपाध्यक्ष :
लोकसभा चुनावों को देखते हुए बरेली के सपा जिलाध्यक्ष बदले जाने को लेकर चर्चाएँ चल रही थी मगर शुभलेश यादव ने अचानक सपा की जिला कार्यकारिणी घोषित करते हुए चर्चाओं पर विराम लगा दिया। इस नयी जिला कार्यकारिणी में तीनों उपाध्यक्ष को बदल दिया गया हैं। इन 3 नामों में सबसे चौकाने वाला नाम हाजी गुड्डू का है। मीरगंज से विधानसभा चुनाव प्रत्याशी रहे गुड्डू की कार्यकारिणी से छुट्टी के पीछे बसपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुल्तान बेग के सपा में शामिल होने के विरोध को माना जा रहा है। हालांकि सूत्रों के अनुसार, उन्हें संगठन में और कोई अन्य पद दिया जा सकता है। प्रमोद बिष्ट को महासचिव, हैदर अली को प्रवक्ता और गुरु प्रसाद काले को कोषाध्यक्ष के पद पर बनाये रखा है। वहीँ सतेंद्र यादव को उपाध्यक्ष से सचिव बना दिया है।
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घोषित हुई 43 सदस्यीय कार्यकारिणी :
सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव ने प्रवक्ता समेत 43 सदस्यीय जिला कार्यकारिणी प्रदेश हाईकमान के आदेश के बाद घोषित की है। भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुई फरीदा सुल्ताना को जिला सचिव बनाया गया है। मोहम्मद आरिफ एडवोकेट, विजेंद्र सिंह यादव और शिवचरण कश्यप के अलावा नूतन शर्मा, चंद्रपाल सिंह, अमरजीत सिंह गुर्जर, मोहन लाल प्रजापति, विशाल सागर सचिव बने हैं। कार्यकारिणी में पूर्व मंत्री अताउर रहमान और भगवत सरन गंगवार के कुछ समर्थकों को शामिल किया गया है। अताउर के भाई वफा उर रहमान और मुनेंद्र गंगवार कार्यकारिणी में सदस्य शामिल किए गए हैं।