पूरे देश में एससी-एसटी एक्ट में हुए बदलाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलितों का भारत बंद सोमवार को कई जगहों पर हिंसक रूप से देखने को मिला। यूपी के लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर, सहारनपुर, हापुड़, आजमगढ़, कानपुर, इलाहाबाद, शाहजहांपुर, बरेली, गाजियाबाद और आगरा समेत लगभग सभी जिलों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। कई जिलों में सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की।

डीजीपी ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

हजरतगंज में एससी-एससी एक्ट के बदलाव के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को एसएसपी दीपक कुमार ने समझाया। यहां हजरतगंज के गांधी प्रतिमा पर हजारों की तादात में प्रदर्शनकारी पहुंचे थे। प्रदर्शनकारी सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन की तनावपूर्ण स्थिति देखते हुये फायर ब्रिगेड को भी मौके पर बुलाया गया है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक के रखा था। उधर डीजीपी ओपी सिंह ने प्रदेश में हो रही हिंसा को देखते हुए पुलिस अधिकारियों को तलब कर उनके साथ मीटिंग कर उचित दिशा निर्देश दिए हैं।

आजमगढ़ में रोडवेज बस में आगजनी

आजमगढ़ में उपद्रवियों ने सड़कों पर उतरकर रोडवेज की कई बसों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना से यात्रियों में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद भारी संख्या में पुलिस बल और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने आग पर काबू पाया लेकिन तब तक लाखों की संपत्ति खाक हो गई।

हापुड़ में वाहनों के आगजनी से हड़कंप

SC-ST को लेकर दलितों का विरोध प्रदर्शन यूपी के कई जिलों में हिंसक रूप से देखने को मिला। हापुड़ में प्रदर्शनकारियों ने खड़े वाहनों में आग लगा दी। इसके अलावा कई वाहनों और कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई। तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात की है।

आगरा में प्रदर्शनकारियों ने रोकी कई ट्रेनें, पुलिस पत्रकारों पर हमला

खबरों के अनुसार, आगरा में प्रदर्शनकारियों ने रेल की पटरियों पर कब्जा कर लिया। जिसकी वजह से दिल्ली-झांसी रेलवे मार्ग पर कई ट्रेन प्रभावित हुई। मेरठ में भी दलितों ने प्रदर्शन के दौरान बसों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने बवाल करते हुए पुलिस और पत्रकारों पर भी हमला कर दिया। हमले की सूचना पर मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है कर दिया गया है।

गाजियाबाद में रेलवे संचालन प्रभावित

गाजियाबाद में रेलवे फटकी पर जाम के कारण ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ है। दलित संगठन से जुडे लोग जगह जगह इक्ठ्ठे होना शुरू भी गए हैं। उत्तर प्रदेश के मेरठ तथा आगरा व मैनपुरी में दलित संगठन से जुड़े लोग सड़क पर उतर आए हैं। कई जगह पर प्रदर्शनकारी ट्रेन के सामने खड़े हो गए हैं। एससी-एसटी एक्ट पर फैसले का आगरा में भी कई संगठनों ने काफी विरोध किया है।

ये है सुप्रीम कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने अभी हाल ही में एससी/एसटी एक्ट 1989 में सीधे गिरफ्तारी पर रोक लगाने का फैसला किया था। कोर्ट ने कहा था कि एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में तुरंत गिरफ्तारी की जगह शुरुआती जांच हो। कोर्ट ने कहा था कि केस दर्ज करने से पहले डीएसपी स्तर का अधिकारी पूरे मामले की प्रारंभिक जांच करेगा और साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि कुछ मामलों में आरोपी को अग्रिम ज़मानत भी मिल सकती है।

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