भारतेन्दु नाट्य अकादमी का दीक्षांत समारोह मंगलवार को संपन्न हुआ। इसमें उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रामनाईक ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान वरिष्ठ रंगकर्मी नादिरा बब्बर, देवेन्द्र राज सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ, सुशील कुमार सिंह, अतुल श्रीवास्तव, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, राघव प्रकाश, चित्रा सिंह व अन्य भी मौजूद रहीं।
16 साल बाद हुआ दीक्षांत समारोेह
- राज्यपाल रामनाईक ने दीक्षांत समारोह में मौजूद इन हस्तियों को विशेष सम्मान से नवाज़ा।
- भारतेन्दु नाट्य अकादमी में साल 2001 के बाद सीधे 2017 में आधिकारिक रूप से दींक्षात समरोह हुआ।
- जिसमें गत तीन वर्षों के 47 छात्रों को बुलाया गया था।
- यहां पर मुख्य अतिथि ने इन छात्रों को डिप्लोमा सौंपा।
कला का जीवन में विशिष्ट स्थान
- इस दौरान राम नाईक ने कहा कि नाईक ने कहा कि मनुष्य के जीवन में कला का एक विशिष्ट स्थान होता है।
- केवल दिनचर्या पूरी करने से मनुष्य पूर्ण नहीं होता है।
- कला से भावनायें अपने आप ऊपर आ जाती हैं।
- कला की विविधता मनुष्य को मंत्रमुग्ध करती है।
- उन्होंने कहा कि राज्यपाल के नाते वे राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति हैं।
- पूर्व में विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह समय पर सम्पन्न नहीं होते थे।
- राज्यपाल रहते हुये उन्होंने कुलपति सम्मेलन बुलाकर प्रयास किया कि दीक्षान्त समारोह में उपाधियाँ वितरित करने का कार्य समय से सम्पन्न हो।
- उन्होंने कहा कि अब दो साल में गाड़ी पटरी पर आ गयी है।
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